चरखी दादरी : प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा के छह माह बीत जाने के बाद भी डीएड छात्रों को प्रमाण-पत्र (मार्कशीट) नहीं मिले हैं। इसे लेकर इन छात्रों में शिक्षा बोर्ड के प्रति रोष है। इन छात्रों ने बोर्ड प्रशासन से हर परीक्षा के प्रमाण-पत्र परिणाम घोषित होने के दस दिनों के अंतराल में उपलब्ध करवाए जाने की मांग की है।
छात्र-छात्राओं ने बताया कि उनके डीएड प्रथम सेमेस्टर के प्रमाण-पत्र एवं अंक तालिका अब तक नहीं पहुंची है जबकि उनकी छह माह बाद होने वाली द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएं भी संपन्न हो चुकी हैं।
इस समय सरकार के समाज कल्याण विभाग ने पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए आवेदन मांग रखे हैं। इस आवेदन के साथ अंतिम कक्षा पास के परिणाम की अंक तालिका लगाना जरूरी है लेकिन शिक्षा बोर्ड ने अब तक उनकी अंक तालिकाएं नहीं भेजी हैं। ऐसे में उन्हें बेहद परेशानी झेलनी पड़ रही है। छात्रों का कहना है कि जब से कंप्यूटर के जरिये परिणाम, आवेदन व अन्य कामकाज निपटाने शुरू हुए हैं तब से लेकर परिणाम, अंक तालिका, डिप्लोमा आदि कार्याें में देरी होने लगी है। इनका कहना है कि पहले जब कार्यालयों में सारा काम हाथ से काम होता था तब शिक्षा बोर्ड व विश्वविद्यालय की सभी मार्कशीट दस दिन के अंतराल में संबंधित कालेज, स्कूल व व्यक्गित रूप से छात्र के पास पहुंच जाती थी।
छात्रों का कहना है कि बोर्ड प्रशासन ने सीधे कंपनियों से अनुबंध कर रखा है। इससे छह माह तक का समय मार्कशीट मिलने में लग रहा है।
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