** प्रदेश की शिक्षामंत्री से 36 का आंकड़ा रहा है सुरीना राजन का
चंडीगढ़ : भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी युद्धवीर सिंह मलिक और शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव सुरीना राजन अब केंद्र सरकार में अपनी सेवाएं देंगे। प्रदेश सरकार ने उनकी सेवाएं तत्काल विभाग से केंद्र सरकार को सौंप दी हैं।
युद्धबीर मलिक भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानदंड प्राधिकरण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में मुख्य कार्यकारी अधिकारी का जिम्मा संभालेंगे।आइएएस अधिकारी सुरीना राजन भारत सरकार के रक्षा विभाग में संयुक्त सचिव नियुक्त की गई हैं। लंबे समय तक हरियाणा के स्कूल शिक्षा विभाग का कार्यभार देखती रहीं सुरीना राजन का प्रदेश की शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल से छत्तीस का आंकड़ा रहा। स्कूल शिक्षा विभाग की वित्तायुक्त सुरीना राजन कुछ समय पहले ही अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद पर प्रोन्नत हुई हैं। उन्होंने शिक्षा विभाग में अनेक निर्णय बिना शिक्षा मंत्री की मंजूरी के ही लिए। जिनमें से कुछ को बाद में बदलना भी पड़ा। शिक्षकों के ज्ञान मूल्यांकन को लेकर कराई जाने वाली परीक्षा के मामले में सुरीना राजन को मुंह की खानी पड़ी। जेबीटी शिक्षकों की परीक्षा में 99 प्रतिशत शिक्षकों के बहिष्कार करने पर टीजीटी और पीजीटी की परीक्षा का निर्णय वापस लेना पड़ा।
समेस्टर शिक्षा इन्हीं के समय में शुरू हुआ, लेकिन पूरी तरह से फ्लाप रहा। शिक्षकों के विरोध के बावजूद इसकी समीक्षा तक नहीं की गई। एपीएआर और शिक्षकों की तबादला नीति न बनाने को लेकर भी सुरीना राजन पर उंगलियां उठी। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कार्यरत गेस्ट टीचर्स का मानना है कि वे शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं वित्तायुक्त के बेतुके विरोध के कारण ही पक्का नहीं हो पाए। जबकि वे नियमितीकरण की सभी शर्तो को पूरा करते थे। dj
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