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Saturday, 17 January 2015

स्कूलों को अपग्रेड कर शिक्षकों की नियुक्ति करना भूला विभाग

** जिले के 6 स्कूलों को किया अपग्रेड, शिक्षक नहीं होने से विद्यार्थियों की पढ़ाई हो रही है बाधित 
सिरसा : राजकीय स्कूलों में एक तरफ आधुनिक तरीके से शिक्षा देने की बात करते हैं। शिक्षा विभाग ने जिले में 6 राजकीय स्कूलों को अपग्रेड तो कर दिया है। मगर स्कूलों में अभी तक शिक्षकों की नियुक्ति ही नहीं की गई है। अभी शिक्षा सत्र के दो माह ही शेष हैं। ऐसे में विद्यार्थी स्कूलों में बिना पढाई कर वापस खेल कर घर लौट रहे हैं। जिसको लेकर विद्यार्थियों के साथ अभिभावक भी परेशान हैं। 
शिक्षक भेजना भुला विभाग 
शिक्षा विभाग ने गांव चिलकनी ढाब के राजकीय प्राथमिक स्कूल को अपग्रेड कर राजकीय मिडल स्कूल, गांव माखोसरानी के राजकीय मिडल स्कूल को राजकीय हाई स्कूल, गांव बेहरवाला के राजकीय मिडल स्कूल से राजकीय हाई स्कूल, गांव मिर्जापुर गांव रूपावास के राजकीय हाई स्कूल से राजकीय सीनियर सेकंडरी स्कूलों को अपग्रेड किया गया था। विभाग ने स्कूलों को अपग्रेड करने के बाद विद्यार्थियों को एडमिशन भी दे दिया गया। विभाग ने कई स्कूलों में एक दो शिक्षकों की डेपुटेशन पर नियुक्ति की गई। उन शिक्षकों को भी वापस स्कूलों में भेज दिया है। स्कूलों में शिक्षक नहीं होने से विद्यार्थियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। 
विभाग को अवगत कराया है
उप जिला शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि स्कूलों को अपग्रेड करने के बाद शिक्षक नहीं भेज गए हैं। इसको लेकर विभाग को अवगत कराया हुआ है। शायद जल्द ही शिक्षकों के आने की उम्मीद है। 
डेपुटेशन पर भेजा शिक्षक 
गांव चिलकनी ढाब के राजकीय प्राथमिक स्कूल को अपग्रेड कर मिडल स्तर का दर्जा दिया। विभाग ने स्कूल में गांव उमेदपुरा के राजकीय स्कूल से संस्कृत अध्यापक सुरजीत सिंह को डेपुटेशन पर भेजा। उनकी डेपुटेशन रद्द कर दी है। अब स्कूल में मिडल स्तर पर एक भी शिक्षक नहीं है। स्कूल का चार्ज भी राजकीय प्राथमिक स्कूल के इंचार्ज विनोद सेतिया को दिया गया है। ऐसे में मिडल स्तर पर शिक्षक नहीं होने से प्राथमिक स्तर के विद्यार्थियों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है। स्कूल इंचार्ज विनोद सेतिया ने बताया कि स्कूल को अपग्रेड करने के बाद अभी तक शिक्षक नहीं भेज गए हैं। इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है। 
दो माह है सत्र में शेष 
शिक्षा सत्र बीतने में अभी दो माह ही शेष हैं। स्कूलों में अभी तक शिक्षक नहीं होने से विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही है। कई स्कूलों के विद्यार्थी खेल कर वापस घर लौट रहे हैं। विद्यार्थी राकेश कुमार, सुरेश अजय ने बताया कि विभाग ने स्कूलों को अपग्रेड तो कर दिए हैं। मगर स्कूलों में अभी तक शिक्षक नहीं भेजे हैं। ऐसे में स्कूलों को अपग्रेड करने से फायदा कम नुकसान ज्यादा हुआ है।                               db

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