भिवानी : प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में बीएड, बीपीएड और एमपीएड का नया पाठयक्रम एक जैसा लागू करने की तैयारियां चल रही है। इसके लिए प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में पत्राचार चल रहा है। साथ ही 22 अप्रैल को एनसीईटी द्वारा जयपुर में बैठक भी बुलाई जा रही है। वहीं चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय ने नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन (एनसीईटी) को बीएड और बीपीएड के दो वर्षीय पाठयक्रम को लागू करने के लिए शपथ पत्र भेज दिया है।
नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन की गाइडलाइन पर सीडीएलयू ने बीएड कोर्स को दो साल करने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है। बीएड का पाठयक्रम यूजी बोर्ड से एप्रूवल हो चुका है। जिसे कि अब एकेडमिक काउंसिल में रखा जाएगा। इसी प्रकार से एनसीईटी द्वारा बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन को भी नए सेशन से दो वर्षीय पाठयक्रम करने की गाइडलाइन भेजी जा चुकी है। इसी गाइड लाइन के तहत महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक द्वारा पूरे हरियाणा में बीपीएड और एमपीएड का पाठयक्रम एक जैसा ही तैयार करने की योजना पर काम किया जा रहा है। एमडीयू के वीसी ने फिजिकल विभाग के एचओडी को इस पर कार्य करने के आदेश दिए है। इसलिए इस माह के अंत में तीनों विश्वविद्यालयों के फिजिकल विभाग की फैकल्टी की मीटिंग होने जा रही है।
बीएड पहले एक वर्षीय पाठयक्रम था। कुछ महीने पहले ही एनसीईटी ने सभी विश्वविद्यालयों को पत्र लिखकर नई गाइडलाइन के तहत बीएड और एमएड पाठयक्रम को दो वर्ष का कर दिया गया था। इसी प्रकार से बीपीएड को भी दो वर्षीय पाठयक्रम में तब्दील किया गया।
22 को जयपुर में मीटिंग
''एनसीईटी की 22 अप्रैल को जयपुर में मीटिंग हैं। इस मीटिंग में प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के एजुकेशन फैकल्टी को बुलाया गया है। जिसमें बीपीएड और बीएड के नए पाठयक्रम और दो वर्षीय कोर्स को लेकर चर्चा की जाएगी।''-- रविंद्रपाल अहलावत, चेयरमैन फिजिकल एजुकेशन विभाग, सीडीएलयू।
एनसीईटी ने अबकी बार बीपीएड, एमपीएड के पाठयक्रम के लिए पहली बार नए टोपिक भेजे हैं। इन्हीं टोपिक को ध्यान में रखकर की विश्वविद्यालयों को पाठयक्रम तैयार करना है। इसी प्रकार से सर्टिफिकेट फिजिकल एजुकेशन का नाम बदलकर डिप्लोमा फिजिकल एजुकेशन रखा गया। db
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