पंचकूला : तीन महीने से धरने पर बैठे प्रदेशभर के कंप्यूटर शिक्षकों की मांगों पर सरकार शुक्रवार को विचार कर सकती है। लंबे समय से भाजपा सरकार कंप्यूटर टीचरों की अनदेखी करती आई है जिसके चलते शिक्षक कई बार सड़कों पर उतरे हैं, लेकिन आश्वासनों और पुलिस की लाठियों के सिवाय अब तक उन्हें कुछ नहीं मिल पाया।
प्रदेश सरकार ने शिक्षकों को 17 अप्रैल का एक निश्चित समय दिया था। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का बैठक में नहीं आने के कारण कोई फैसला नहीं हो सका। आज कंप्यूटर टीचरों की चंडीगढ़ सचिवालय में दोबारा बैठक होनी है। जिसमे टीचरों के भविष्य को लेकर फैसला आने की पूरी संभावना है। कंप्यूटर टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी सुरेश नैन ने बताया बैठक में जवाहर यादव, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव राकेश गुप्ता, शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव टी सी गुप्ता, निदेशक एम एल कौशिक के साथ साथ कंप्यूटर टीचरों का प्रतिनिधिमंडल शामिल होगा। प्रधान बलराम धीमान के अनुसार सरकार टीचरों के भविष्य को लेकर फैसला नहीं लेती है तो आंदोलन इतना उग्र होगा कि भाजपा सरकार आने वाले समय में सोचकर वादा किया करेगी। प्रदेश भाजपा सरकार के सभी मंत्रियों ने चुनावों से पूर्व कंप्यूटर टीचरों से सरकार आने पर पहली कलम से पक्का करने का वादा किया था।
अनिल विज रख सकते हैं शिक्षकों का पक्ष
कंप्यूटर शिक्षकों के प्रधान ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज भी बैठक में हिस्सा ले सकते हैं। पिछले हफ्ते हुई बैठक में विज टीचरों का पक्ष रख चुके हैं। विज पहले ही बोल चुके हैं जब टीचर्स की भर्ती मेरिट और पारदर्शी तरीके से हुई थी तो ऐसे में दोबारा भर्ती का सवाल ही पैदा नहीं होता। अब देखना होगा अनिल विज कंप्यूटर शिक्षकों की किस प्रकार सहायता करेंगे। db
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