गुड़गांव : औचक निरीक्षण पर सुखराली स्थित गवर्नमेंट प्राथमिक पाठशाला में पहुंचे शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने बच्चों की क्लास ली। उन्होंने बच्चों से उनका परिचय प्राप्त करने के बाद उनके टीचर्स आदि के बारे में भी पूछताछ की। प्रो. शर्मा ने बच्चों से पूछा कि कौन से टीचर अच्छा नहीं पढ़ाते और कौन अच्छा पढ़ाते हैं।
यहां उन्होंने विद्यार्थियों के साथ काफी समय बिताया। वह स्कूल में दाखिल होते ही सीधे कक्षा में चले गए और वहां उन्होंने विद्यार्थियों के नाम आदि पूछ कर उनसे पूछा कि कौन-कौन अध्यापक अच्छा पढ़ाते है। कोई अध्यापक विद्यार्थियों को पीटता तो नहीं। इस पर विद्यार्थियों के जवाब सुनकर शिक्षा मंत्री कुछ तल्ख तो कुछ संतुष्ट दिखे। उन्होंने प्राथमिक विद्यालयों में विद्यार्थियों को दिए जाने वाले दोपहर का भोजन अर्थात मिड डे मील की गुणवत्ता के बारे में विद्यार्थियों से पूछा। इस दौरान प्रो. शर्मा ने कहा कि प्रदेश में विद्यार्थियों को गुणवत्ता तथा नैतिक मूल्यों से परिपूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि हमारा लक्ष्य केवल दो और दो चार पढ़ाना नहीं है, बल्कि इसके साथ हम चाहते हैं कि विद्यार्थी नैतिक मूल्यों को भी आत्मसात करें जिसमें बुजुर्गो व बड़ों का सम्मान करना, जरूरतमंद व्यक्तियों की मदद करने के लिए आगे आना, महिलाओं व लड़कियों का सम्मान आदि शामिल है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान भाजपा सरकार आने से पहले प्रदेश में शिक्षा विभाग के कर्मचारियों से संबंधित हजारों मामले लंबित थे, जिन पर हमने तत्परता से कार्यवाही करते हुए 8 हजार से ज्यादा मामलों का निपटारा भी कर दिया है।
उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा में सुधार के लिए ई पुस्तकालय की योजना भी शुरू की जा रही है और पाठ्यक्रम में बदलाव करके जहां कहीं से भी सदाचार की शिक्षा मिलती है, जैसे गीता या अन्य धार्मिक ग्रंथों के श्लोक भी शामिल किए जाएंगे, ताकि विद्यार्थियों को अच्छी संस्कारयुक्त शिक्षा मिले। dt
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