कुरुक्षेत्र : हरियाणा स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन (हसला) ने कहा कि स्कूल प्राध्यापकों का चयन 11वीं, 12वीं के बच्चों को पढ़ाने के लिए होता है। हसला के पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार ने प्राध्यापक वर्ग के साथ अन्याय किया है। यह वर्ग आज प्राइमरी अध्यापक से भी पिछड़ता जा रहा है और पदोन्नति के मामले में प्राध्यापक तनाव से गुजर रहे हैं। उनके अधिनस्थ कार्य करने वाले अध्यापक आज प्रधानाचार्य बन गये हैं। इसके बावजूद भी सरकार की गलत नीतियां लगातार जारी हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्राध्यापक केवल 11वीं तथा 12वीं कक्षा के बच्चों को ही पढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि कक्षा 6 से 10 तक के बच्चों को केवल अध्यापक ही पढ़ाए। इस मामले को लेकर प्राध्यापक व अध्यापक संघ ने अतिरिक्त मुख्य सचिव टीसी गुप्ता से बात की और उन्होंने इसे उचित माना है। इसके बावजूद कुछ अध्यापक, अध्यापक संगठन व अधिकारी अध्यापकों को गुमराह कर रहे हैं।
हसला के नेताओं ने सभी प्रधानाचार्यों, जिला शिक्षा अधिकारियों व सम्बन्धित अधिकारियों से अपील की है कि वे इस विषय में अनावश्यक दबाव प्राध्यापक वर्ग पर नहीं बनाये। dt
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