तोशाम : प्रदेश के शिक्षा विभाग ने स्कूलों में बनने वाले दोपहर के भोजन मिड-डे-मील को निजी हाथों में देने की पूरी तैयारी कर ली है। इसके लिए विभाग द्वारा कंपनी का चुनाव भी कर लिया है, जो सभी स्कूलों में मिड-डे-मील की व्यवस्था करेगी। इस संबंध में सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों से जिला उपायुक्तों के माध्यम से प्रस्ताव भेजने को कहा गया है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार गत 14 जनवरी को शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव की अध्यक्षता में प्रदेश के सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को बैठक पंचकूला में आयोजित की गई थी। इसमें स्कूलों में बनने वाले मिड -डे-मील को निजी कंपनी को देने पर फैसला हुआ था। बैठक में सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में जिला उपायुक्तों को प्रस्ताव भेजने के लिए कहा गया था। मौलिक शिक्षा विभाग के महानिदेशक ने जिला अंबाला, भिवानी, फतेहाबाद, हिसार, झज्जर, जींद, कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र, महेन्द्रगढ़, मेवात, पंचकूला, पानीपत, पलवल, रोहतक, सिरसा, सोनीपत, यमुनानगर के जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर तुरंत प्रस्ताव भेजने को कहा है। पत्र में कहा गया है कि सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी तुरंत प्रभाव से अपने जिला उपायुक्तों के माध्यम से इस्कॉन फूड रिलीफ फाउंडेशन को मिड-डे-मील का कार्य दिए जाने के बारे में तुरंत प्रस्ताव भेजना सुनिश्चित करें।
सरकार के फैसले से वर्कर्स में रोष
इस बारे में मिड-डे-मील वर्कर्स की प्रदेश सचिव सुदेश से बात की गई तो उन्होंने सरकार के फैसले पर रोष प्रकट करते हुए कहा कि देश व प्रदेश की भाजपा सरकार हर काम को निजी हाथों में सौंपने पर तुली हुई है। जिसको प्रदेश की मिड-डे-मील वर्कर पूरा नहीं होने देंगी। उन्होंने कहा कि मिड-डे-मील वर्कर सरकार के इस फैसले का पुरजोर विरोध करती हैं। dt
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