चंडीगढ़ : पिछले सवा तीन महीने से अपनी नौकरी और वेतन की लड़ाई लड़ रहे हरियाणा के सरकारी स्कूलों में प्राइवेट एजेंजिसों के जरिए लगे कंप्यूटर टीचरों का भविष्य शायद अब महफूज हो गया है। शनिवार को करीब पौने तीन सौ कंप्यूटर टीचर शिक्षा मंत्री के आवास पर पहुंच गए। मंत्री ने भी ऐलान कर दिया कि जब तक वे शिक्षा मंत्री हैं, उनका भविष्य सुरक्षित है। उन्होंने आवास पर पहुंचीं महिला कंप्यूटर टीचर्स को शगुन के तौर पर पैसे भी दिए। शगुन लेकर वे भी खुश हुईं।
शिक्षा मंत्री ने अपने ही आवास पर लॉन में बैठे इन कंप्यूटर टीचर्स के बीच लॉन पर ही बैठ गए। कंप्यूटर टीचर्स ने मंत्री से कहा, आप ही हमारे मुख्यमंत्री हो, आप ही शिक्षा मंत्री हो, हमारा भविष्य सुरक्षित करो। मंत्री ने उनसे कहा, जंतर-मंतर पर भी मैं आपके बीच बैठा था। आपकी समस्या मेरे विभाग से संबंधित है। आप चिंता मत करें। जब तक मैं शिक्षा मंत्री हूं, तब तक आपका भविष्य सुरक्षित है। मैं एक शिक्षक रहा हूं। मैंने आपके कहने पर कंपनियों का एग्रीमेंट टर्मिनेट किया है। आपके वेतन आदि के 71 करोड़ रुपये मंजूर कर दिए हैं। जल्दी ही आपको मिल जाएंगे। जल्द पालिसी मंजूर करके 2852 कंप्यूटर टीचरों का निर्णय कर दिया जाएगा। मैं किसी को नौकरी से बाहर नहीं छोडूंगा।
"शिक्षा मंत्री से उनके आवास पर मिले थे। उन्होंने भरोसा दिया है कि वे 2852 कंप्यूटर टीचर्स का भविष्य सुरक्षित रखेंगे। हमें उनसे मिलकर उम्मीद बंधी है कि अब हमारी समस्या का हल जरूर निकलेगा।"-- बलराम धीमान, प्रधान कंप्यूटर टीचर वेलफेयर एसोसिएशन
यूं ही ठेके पर रखें: टीचर्स
कंप्यूटर टीचर तीन कंपनियों के जरिए सरकारी स्कूलों में लगे हुए थे। उन्हें पिछले साल जून से वेतन नहीं मिला है। गत 19 जनवरी से पंचकूला शिक्षा सदन के पीछे उन्होंने धरना दे रखा है। इसी बीच आर्टिबिट्रेशन के तहत कंपनियों का एग्रीमेंट रद कर दिया गया। कंप्यूटर टीचर चाहते हैं कि उनकी नियुक्ति भी मेरिट आधार पर कंपनियों ने की थी, इसलिए उन्हें यूं ही सरकारी स्कूलों में ठेके पर रख लिया जाए। मगर शिक्षा विभाग की दलील है कि ये टीचर यूं ही नहीं रखे जा सकते। विभाग नई पॉलिसी पर विचार कर रहा है। hb
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