** परीक्षा परिणाम को लेकर भी शिक्षकों में अनिश्चय की स्थिति बनी, बदलाव के लिए विभाग भी तैयार
सोनीपत : पांच साल बाद परीक्षा का आयोजन। परीक्षा से पहले ही एक साथ दो सेमेस्टर के प्रश्न परीक्षा में शामिल करने का विरोध। चूंकि तैयारी पूरी नहीं हुई तो परीक्षा परिणाम को लेकर भी शिक्षकों में अनिश्चय की स्थिति बनी (टेंशन इसलिए क्योंकि खराब परिणाम एसीआर पर असर डाल सकता है)। इसी बीच प्राइमरी शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा बहिष्कार की धमकी और परिणाम यह कि अब अगले शैक्षणिक सत्र से परीक्षा का पैटर्न बदला जाएगा। यह स्थिति हरियाणा शिक्षा विभाग द्वारा संचालित प्राइमरी परीक्षा की है। जिसके संचालन में पहले जहां जल्दबाजी दिखाई गई तो वहीं अब पैटर्न बदलने को भी विभाग तैयार है। इसी तैयारी का मसौदा तैयार कर एससीईआरटी औपचारिक मंजूरी के लिए अब विभागीय निदेशक टीसी गुप्ता को भेजेगी। नई व्यवस्था के अंतर्गत कक्षा पहली एवं दूसरी के विद्यार्थियों के जहां सिर्फ ओरल एग्जाम होंगे तो वहीं तीसरी से 8वीं की परीक्षा लिखित में होगी।
शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद पहली बार प्राइमरी लेवल के एग्जाम शुरू किए गए थे। 13 मार्च से शुरू हुए वार्षिक एग्जाम में 40-40 प्रश्नों का प्रश्नपत्र बोर्ड की ओर से भेजा गया था, जिसमें सभी सवाल के जवाब काफी लंबे थे। ऐसे में तो बच्चे पूरा प्रश्न पत्र हल कर पाए और ही सभी बच्चे एग्जाम देने के लिए स्कूल पहुंचे। ऐसे में इन एग्जाम के बाद हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ की ओर से पहले मुख्य शिक्षा सचिव टीसी गुप्ता के साथ मीटिंग की गई। इसके बाद एग्जाम की कार्यप्रणाली के मुद्दों को लेकर एससीईआरटी डॉयरेक्टर के साथ मीटिंग की गई।
शिक्षा का स्तर बेहतर होगा
"परीक्षा पैटर्न में बदलाव को लेकर मसौदा तैयार किया है। उसकी रिपोर्ट बनाकर विभागीय उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी।''-- स्नेहलता,निदेशक, एससीईआरटी।
"पेपर बड़े और कठिन थे कि काफी बच्चे उसे कर ही नहीं पाए। जिस पर हरियाणा अध्यापक संघ ने मार्च में एग्जाम की कार्यप्रणाली का विरोध करते हुए एग्जाम का बहिष्कार करने की बात कही थी। अब विभाग ने अगले सत्र से पैटर्न में बदलाव की बात कही है। उम्मीद है इससे शिक्षा का स्तर बेहतर होगा।''-- दिनेश छिक्कारा, प्रवक्ता, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ।
अगले एग्जाम से ये होगा लागू
- पहली दूसरी क्लास के केवल ओरल एग्जाम ही होंगे।
- तीसरी से आठवीं तक के सभी बच्चाें के रिटन में एग्जाम होंगे।
- अगले सेशन से पेपर में प्रश्नों की संख्या कम होगी।
- एग्जाम शेड्यूल के बारे में पहले ही स्कूलों को सूचना दी जाएगी।
- एग्जाम के दौरान टीचरों की ड्यूटी भी किसी दूसरे स्कूल में नहीं लगाई जाएगी।
- गवर्नमेंट स्कूलों में गतिविधि लागू करने से पहले स्कूलों को बताया जाएगा।
- स्कूलों तक एग्जाम सामग्री पहुंचाने की व्यवस्था डीईईओ द्वारा होगी। db
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