भिवानी : अब डोमिसाइल व प्रमाण पत्र बनवाने के लिए लोगों को ज्यादा जांच से गुजरना होगा। दरअसल डोमिसाइल व प्रमाण पत्रों के बनाने में पारदर्शिता लाने के लिए एक अप्रैल से नया साफ्टवेयर प्रयोग किया जाएगा। इस साफ्टवेयर की खास बात यह रहेगी कि आवेदक का फोटो खिंचने के साथ उसके राशन कार्ड का नंबर, पहचान पत्र, आधार कार्ड का नंबर भी दर्ज होगा। जन्म तिथि के प्रमाण के लिए मैट्रिक की अंक तालिका की कॉपी देनी होगी। इससे सर्टिफिकेट बनाने में फर्जीवाडे़ पर अंकुश लगेगा।
अब तक डोमिसाइल, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण बनवाने के लिए एक शपथ पत्र लगाकर फार्म भरना होता था। आवेदक पर विश्वास कर ही ये सभी प्रमाण पत्र बना दिए जाते थे। झूठे प्रमाण पत्र बनवाने की आशंका के बाद जिला प्रशासन ने इसमें भी पारदर्शिता लाने व गड़बड़ियां रोकने के लिए प्लानिंग बनाई और नया साफ्टवेयर तैयार किया।
अंतिम दिन नहीं बने प्रमाण पत्र
ई दिशा केंद्र में वित्त वर्ष के अंतिम दिन यानी 31 मार्च को डोमिसाइल व अन्य प्रमाण पत्र नहीं बनाए गए। नया साफ्टवेयर शुरू करने के चलते ये प्रमाण पत्र नहीं बनाए गए। जिस कारण अनेक लोगों को निराश लौटना पड़ा। ई दिशा केंद्र के कर्मचारी आवेदन करने वालों को नए साफ्टवेयर के जरूरी दस्तावेजों के बारे में ही बताते देखे गए।
"एक अप्रैल से डोमिसाइल, आय व जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए नया साफ्टवेयर शुरू किया जा रहा है। इस साफ्टवेयर में आवेदक की फोटो के अलावा आधार कार्ड, पहचान पत्र, राशन कार्ड के नंबर भी दर्ज होंगे। इसके अलावा जन्मतिथि का भी प्रमाण देना होगा जिसमें मैट्रिक की अंक तालिका या नप कार्यालय से लिया जन्म प्रमाण पत्र हो सकता है।"-- सतीश कुमार, एसडीएम au
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