** छात्र कर चुके आवेदन, मेरिट सूची लगी, कॉलेजों को एनओसी का इंतजार, हजारों छात्र लगा रहे कॉलेजों के चक्कर
** स्नात्कोतर में एडमिशन के लिए आवेदन जमा किए, मेरिट लिस्ट में नाम भी आया अब एनओसी मिलने से करना पड़ रहा इंतजार।
रोहतक : प्रदेश के 10 जिलों के 20 कॉलेजों को पहली बार स्नातकोत्तर के नए कोर्स मिले, लेकिन एमडीयू की ओर से कॉलेजों को एनओसी जारी करने के चलते कोर्स शुरू नहीं हो पाए। हालांकि छात्र कॉलेजों में आवेदन जमा करा चुके हैं। सभी कॉलेजों में मेरिट लिस्ट भी जारी हो चुकी है। छात्रों की फीस जमा होना बाकी है। इसके बाद ही छात्र कक्षा में बैठ सकेंगे। ऐसे में स्नातकोत्तर करने के इच्छुक प्रदेश के हजारों विद्यार्थियों का भविष्य सपना दोनों अधर में है।
उल्लेखनीय है कि नए शैक्षणिक सत्र में सरकार ने प्रदेश के विभिन्न जिलों के कॉलेजों में स्नातकोत्तर कोर्स शुरू करने की मंजूरी दी थी। सरकारी गैर सरकारी कॉलेजों में नए कोर्सों के लिए जुलाई में विद्यार्थियों से आवेदन मांगे गए। कॉलेजों ने मेरिट लिस्ट भी जारी कर दी, लेकिन एमडीयू की ओर से कॉलेजों को एनओसी मिलने के चलते फीस जमा नहीं हुई और कक्षाएं शुरू हो पा रही हैं। विद्यार्थी हर दूसरे दिन कॉलेज में कक्षा शुरू होने की जानकारी लेने पहुंच रहे हैं। अभिभावक भी बच्चों की पढ़ाई शुरू नहीं होने से परेशान हैं, जबकि कॉलेज प्रशासन एनओसी के इंतजार में है।
नई फैकल्टी नहीं देने की बाध्यता तय:
सरकार से मंजूरी के बाद कॉलेजों में स्नातकोत्तर कोर्स शुरू करने की फाइल एमडीयू पहुंची। विवि की कॉलेज ब्रांच से ही कॉलेजों को एनओसी मिलनी है। एनओसी से पहले विवि टीम कॉलेजों का दौरा कर कोर्स के लिए जरूरी व्यवस्था का जायजा लेगी। कुछ कॉलेजों का इंस्पेक्शन हो चुका है, कुछ का बाकी है। स्नातकोत्तर के विभिन्न कोर्स शुरू करते समय सरकार ने नई फैकल्टी नहीं देने की बाध्यता तय की है। कॉलेजों को मौजूदा संसाधनों के साथ नए कोर्स शुरू करने होंगे, जबकि विवि के इंस्पेक्शन में कॉलेज बगैर फैकल्टी नॉर्म्स पूरा नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में कॉलेजों से अंडरटेकिंग ली जा रही है। इसमें कॉलेजों काे सुनिश्चित करना है कि वे बगैर नई फैकल्टी कोर्स शुरू कर सकते हैं।
मंजूरी मिलते ही पढ़ाई शुरू करा देंगे
"कॉलेज में एमकॉम कोर्स शुरू हुआ है। इसके लिए आवेदन मिलने के बाद मेरिट लिस्ट जारी कर दी गई है। कोर्स के लिए फैकल्टी है।"--डॉ.लक्ष्मी बेनीवाल दलाल, प्राचार्य, रा.म.कॉलेज।
"एमए योगा साइंस एमकॉम कोर्स शुरू करने की सरकार से अनुमति मिल चुकी है। फाल मंजूरी के लिए रुकी हुई है। कॉलेज का इंस्पेक्शन होने के बाद रिपोर्ट जा चुकी है।"-- डॉ.कृष्णा चौधरी, प्राचार्य, एमकेजेके कॉलेज।
कमियां दुरुस्त होते ही मंजूरी : एमडीयू
"कोर्सके लिए आवेदन 15 जुलाई तक आए हैं। इंस्पेक्शन किया जा रहा है। कमियां दुरुस्त होते ही मंजूरी दे दी जाएगी।"-- प्रो.बिजेंद्र कुमार पूनिया, कुलपति, एमडीयू। db
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