भिवानी : हरियाणा शारीरिक शिक्षा अध्यापक संघ ने डीपीई और पीटीआई का पद बरकरार रखने के लिए प्रदर्शन किया। इसके अलावा खेलों को बचाने के लिए खिलाड़ियों को नकद पुरस्कार दिए जाने की मांग की। प्रदर्शन के बाद संघ नेताओं ने डीसी के माध्यम से शिक्षामंत्री को ज्ञापन भेजा।
भिवानी सहित पूरे प्रदेश के शारीरिक शिक्षक हरियाणा शारीरिक शिक्षा अध्यापक संघ के बैनर तले जिला स्तरीय स्कूली खेलों का बहिष्कार कर सड़कों पर उतरे और मांग पूरी न होने पर राज्य स्तरीय स्कूली खेलों का भी बहिष्कार करने की चेतावनी दी। प्रदर्शन के दौरान शिक्षकों ने पीएम और सीएम के खिलाफ भी नारेबाजी की। शरीरिक शिक्षकों ने आज भीम स्टेडियम में आयोजित जिला स्तरीय स्कूली खेल प्रतियोगिता का बहिष्कार कर सड़कों पर अपनी मांगें पूरी न होने पर विरोध जताया। संघ के जिला प्रधान बिरेंद्र सिंह घणघस के नेतृत्व में भारी संख्या में डीपीई व पीटीआई शहर में प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे। इस अवसर पर यूनियन के वरिष्ठ नेता बलवान सिंह, अजमेर, राजेश ढांडा विशेष रूप से मौजूद रहे। ज्ञापन में संघ ने कहा कि स्कूलों में खेल गतिविधियों व सहपाठ्यक्रम गतिविधियों के लिए प्रदेश सरकार ने पीटीआई व डीपीई की नियुक्ति की हुई है,इसमें डीपीई की नियुक्ति वरिष्ठ मायमिक विद्यालय में कक्षा 9 से 12 तक खेल गतिविधियों व सहपाठ्यक्रम गतिविधियों के लिए होती है। निदेशक मौलिक शिक्षा विभाग के पत्र के तहत इन दोनों पदों को कक्षा 6 से 8 तक सीमित कर दिया है। जिसमें कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों का शारीरिक विकास व खेल गतिविधियां बिल्कुल समाप्त हो जाएंगी। जिसके कारण आने वाले समय में हरियाणा खेलों में पिछड़ जाएगा। संघ द्वारा इस संबंध में पहले भी शिक्षा विभाग को अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन अभी तक शिक्षा विभाग का कोई सकारात्मक परिणाम इस विषय में नहीं आया है। संघ ने ज्ञापन में कहा है कि अगर सरकार ने इस बारे में ध्यान नहीं दिया तो सितंबर माह में आयोजित होने वाली राज्य स्तरीय स्कूली खेल प्रतियोगिताओं के विरोध जैसा ठोस निर्णय लेने पर मजबूर होना पड़ेगा। dt
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