चंडीगढ़ : पलवल और कुरुक्षेत्र में दो यूनिवर्सिटी बनाई जाएंगी। सरकार ने
मानसून सत्र में इन दोनों जिलों में यूनिवर्सिटी स्थापित करने के लिए
विधानसभा में बिल पेश किए, जो मामूली चर्चा के बाद बिना किसी विरोध के पास
हो गए। पलवल के दुधौला गांव में विश्वकर्मा कौशल विकास विश्वविद्यालय की
स्थापना होगी, जबकि कुरुक्षेत्र में पहले से ही चल रहे श्रीकृष्णा आयुष
कॉलेज को अपग्रेड कर यूनिवर्सिटी बनाया जाएगा। दुधौला ग्राम पंचायत की ओर
से यूनिवर्सिटी के लिए सरकार को 83 एकड़ भूमि 33 वर्ष के पट्टे पर दी गई
है। इस भूमि के बदले सरकार यूनिवर्सिटी के दाखिलों में गांव के बच्चों को
प्राथमिकता देगी। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती में भी गांव के लोगों
को वरीयता मिलेगी। शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा
ने एलान किया कि यूनिवर्सिटी को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जाएगा और इस
पर करीब 400 करोड़ रुपये खर्च होंगे। पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने
इस यूनिवर्सिटी के साथ आइटीआई में चल रहे एक्सीलेंस सेंटर को भी जोड़ने का
सुझाव दिया। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप शर्मा ने यूनिवर्सिटी के नाम
में कौशल के बाद विकास जोड़ने की सलाह दी। गीता भुक्कल ने झज्जर में भी
यूनिवर्सिटी स्थापित करने की मांग उठाई। कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने
गीता भुक्कल का समर्थन करते हुए झज्जर जिले में यूनिवर्सिटी की मांग की।
दोनों के बीच इस मुद्दे पर तकरार भी हुई। बेरी के विधायक रघुबीर सिंह
कादियान तथा बहादुरगढ़ विधायक नरेश कौशिक ने भी समर्थन किया। इनेलो विधायक
रविंद्र बलियाना ने यूनिवर्सिटी की स्वायत्ता को लेकर सुझाव दिए। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.