** शिक्षक एसोसिएशन के पदाधिकारी बोले, सरकार को करनी चाहिए नियमित भर्ती
** स्कूलों में लगाए जाएं कंप्यूटर व स्कूल इंफॉरमेशन मैनेजर, आपत्ति भी कराईं
शिक्षकों की लग रही गैर शैक्षणिक कार्य में ड्यूटी ने शिक्षा प्रणाली को
बिगाड़ दिया है। शिक्षक जहां जिले में लोगों की गिनती करने में जुटे हैं और
वहीं विद्यार्थी शिक्षकों की कमी के कारण पढ़ाई नहीं कर पा रहे। सरकार की
नीतियों पर शिक्षक संगठनों ने अपनी आपत्ति भी दर्ज करवाई है। हरियाणा स्कूल
लेक्चरर एसोसिएशन (हसला) के जिला प्रधान भगवान दत्त ने कहा कि सरकारी
स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं की काफी कमी है। वहीं अध्यापकों की गैर
शैक्षणिक कार्य में बहुत ज्यादा ड्यूटी लगी है। वह स्कूल में बच्चों को
पढ़ाने के लिए लोगों को गिन रहा है तो स्कूल में क्लर्क वाले काम भी कर रहा
है। सरकार को चाहिए नियमित भर्ती करें और गैर शैक्षणिक कार्य से उनको दूर
रखें। हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन के जिला प्रधान वीरेंद्र बडाला ने कहा
कि शिक्षकों की निर्माण में ड्यूटी लगाई जाती है। वह स्कूल के भवन तक
बनवाते है तो बच्चों को कैसे ढंग से पढ़ा सकते हैं?
चतुर्थ श्रेणी ने
संभाली स्कूल की कमान :
कापड़ो के राजकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय में
शिक्षक की कमी के कारण छात्र पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। स्कूल में जो एक
मात्र शिक्षक थे, उनका भी नई शिक्षा नीति के तहत ट्रांसफर हो गया। स्कूल की
कमान एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संभाले हुए था। विभाग ने इस स्कूल में अब
दो अध्यापकों को डेपुटेशन पर भेजा है।
वहीं बुडाना के राजकीय कन्या मिडल स्कूल में भी अध्यापक नहीं होने के कारण
छात्रओं के लिए परेशानी बनी हुई है। इसमें हेड टीचर उसे चला रहे हैं। उसके
अलावा एक टीचर अब डेपुटेशन पर भेजा गया है। dj
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