राजधानी हरियाणा : लंबी-चौड़ीप्रक्रिया अपनाकर सरकारी नौकरियों में नियुक्तियां करने वाले हरियाणा स्टाफ सलेक्शन कमीशन के चेयरमैन और सदस्यों की खुद की नियुक्तियां ही संदेह के घेरे में गई हैं। दरअसल कमीशन में चेयरमैन और सदस्यों की नियुक्तियां करने के लिए राज्य की भाजपा सरकार ने प्रदेशभर के लोगों के डिवीजनल कमिश्नरों के माध्यम से आवेदन मांगे थे। इसकी अंतिम तारीख 31 दिसंबर, 2014 रखी गई थी। अब आरटीआई से खुलासा हुआ है कि चेयरमैन भारत भूषण भारती ने अपना फार्म 23 फरवरी, 2015 को भरा था। इसी तरह सदस्य नीलम अवस्थी का फार्म 19 जनवरी, 2015 को भरवाया गया। एक अन्य सदस्य अमरनाथ सौदा के आव देन फार्म में तारीख का ही उल्लेख नहीं है। हरियाणा आम आदमी पार्टी का आरोप है कि स्टाफ सलेक्शन कमीशन में बैकडोर से नियुक्तियां करके भाजपा सरकार ने प्रदेश के लोगों के साथ धोखा किया है। इससे कमीशन द्वारा अब तक प्रदेश में की गई नियुक्तियां भी संदेह के दायरे में गई हैं।
'आप' के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद ने बुधवार को यहां मीडिया से बातचीत में कहा कि वे इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच में जाएंगे। सड़क पर आंदोलन करने के साथ ही हाईकोर्ट में भी इन नियुक्तियों को चुनौती देंगे। उन्होंने मांग की कि हरियाणा स्टाफ सलेक्शन कमीशन में लगाए गए चेयरमैन भारती समेत सभी सदस्यों की डिग्रियों की भी जांच कराई जानी चाहिए। क्योंकि जो वकील रहे हों, जिन्होंने 6 बार एमए कर रखा हो और जो लंबे समय तक सोशल सर्विस में रहे हों, उन्हें आवेदन फार्म भी ठीक से भरना नहीं आए, यह कैसे हो सकता है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार को राजनीतिक आधार पर पार्टी के लोगों को ही कमीशन में नियुक्त करना था तो प्रदेशभर से आवेदन मांगकर चयन प्रक्रिया अपनाने की क्या जरूरत थी। जयहिंद ने उन अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की मांग की जिन्होंने इतनी बड़ी खामियों को दरकिनार करके इन लोगों का अपॉइंटमेंट किया। उन्होंने कहा कि यह सामान्य सा नियम है कि आखिरी तारीख निकलने के बाद अथवा किसी भी अपूर्ण फार्म को स्वीकार नहीं किया जाता है। जबकि फार्म में फोटो लगाना, तारीख अंकित करना छोटी गलतियां नहीं हैं।
सरकार देगी जवाब, अपने बारे में मैं क्या कहूं: भारती
इधर, हरियाणा स्टाफ सलेक्शन कमीशन के चेयरमैन भारत भूषण भारती से इस बारे में जब बात की गई तो उनका कहना था कि इस बारे में सरकार ही जवाब दे सकती है अथवा हमारा चयन करने वाला अधिकारी ही इस मामले में बोलने के लिए कंपीटेंट अथॉरिटी है। अब अपने बारे में वे खुद तो क्या बोल सकते हैं।
साराचयन नियमों के अनुसार हुआ : चीफ सेक्रेटरी
सरकारके चीफ सेक्रेटरी डीएस ढेसी ने कहा कि सारी चयन प्रक्रिया नियमों के अनुसार हुई है, कहीं कुछ गलत नहीं है। हालांकि उन्होंने आखिरी तारीख के बाद आवेदन होने के सवाल पर स्पष्ट कुछ नहीं कहा।
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