** फैसला : फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी पाने पर लगेगी रोक, इसी सत्र से लागू होगी नई व्यवस्था
** नौवीं और 11वीं कक्षा के प्रमाणपत्रों पर इसी सत्र से आधार कार्ड नंबर दर्ज करना अनिवार्य
** दसवीं एवं बारहवीं कक्षा के प्रमाण पत्रों पर आधार कार्ड नंबर का कॉलम खाली छोड़ दिया जाएगा, ताकि विद्यार्थी अपने स्तर पर ही यह नंबर दर्ज कर लें
भिवानी : फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी पाने वालों के लिए बुरी
खबर है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड अब नौवीं से 12वीं कक्षाओं तक के
प्रमाणपत्रों को आधार कार्ड से लिंक करने जा रहा है। देशभर में हरियाणा
पहला राज्य होगा, जहां पर शैक्षिक प्रमाणपत्रों को आधार कार्ड से जोड़ा जा
रहा है।
सूत्र बताते हैं कि शिक्षा बोर्ड प्रशासन ने तय किया है कि नौवीं
और 11वीं कक्षा के प्रमाणपत्रों पर इसी सत्र से आधार कार्ड नंबर दर्ज करना
अनिवार्य कर दिया जाएगा। इसके तहत एनरोलमेंट के दौरान सभी विद्यार्थियों से
उनके आधार कार्ड का नंबर लिया जा रहा है।
वहीं दसवीं एवं बारहवीं कक्षा
के प्रमाण पत्रों पर आधार कार्ड नंबर का कॉलम खाली छोड़ दिया जाएगा, ताकि
विद्यार्थी अपने स्तर पर ही यह नंबर दर्ज कर लें। बता दें कि दसवीं एवं
बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों का रजिस्ट्रेशन पहले हो चुका है। अगले सत्र
से इन दोनों कक्षाओं के प्रमाणपत्रों पर भी आधार नंबर ¨पट्र करके दिए
जाएंगे।
हालांकि इस फैसले पर अंतिम मुहर बोर्ड निदेशक मंडल की बैठक में
लगेगी, लेकिन यह फैसला लागू होना लगभग तय है। प्रतियोगी परीक्षाओं में उच्च
स्तर पर भी आधार कार्ड से लिंक करने का सिलसिला शुरू हो चुका है।
ऐसे में
शिक्षा बोर्ड प्रशासन भी समय रहते इस पर उचित कदम उठाने का प्रयास कर रहा
है। इस फैसले पर प्राथमिक मुहर बोर्ड के सचिव धीरेन्द्र खड़गटा व चेयरमैन
जगबीर सिंह मुहर लगा
चुके हैं। 1बता दें कि पूरे हरियाणा में इन चारों कक्षाओं में करीब 15 लाख
से ज्यादा विद्यार्थी हर वर्ष अध्ययन करते हैं।
"यह फैसला लिया जा चुका है।
नौवीं और 11वीं में इसी साल से प्रमाणपत्र को आधार कार्ड से लिंक करने का
काम किया जा जा रहा है।"-- जगबीर सिंह, चेयरमैन, हरियाणा विद्यालय शिक्षा
बोर्ड, भिवानी।
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