** 1347 पीजीटी अध्यापक और 1044 पदोन्नत लेक्चरर को मिला मनपसंद स्कूल
** शिक्षा विभाग पहले भी कर चुका 33 हजार 658 शिक्षकों का ऑनलाइन
ट्रांसफर
** सेवानिवृत्त हो चुके अध्यापकों से भी दोबारा अनुबंध आधार पर ली
जाएंगी सेवाएं
** कन्या विद्यालयों में 45 साल से कम उम्र के पुरुष अध्यापक
नहीं होंगे नियुक्त
चंडीगढ़ : तबादलों के इच्छुक 2391 शिक्षकों की मुराद बुधवार को पूरी हो गई।
शिक्षा विभाग के अतिरिक्तमुख्य सचिव (एसीएस)पीके दास के कंप्यूटर पर माउस
क्लिक करते ही 1347 पीजीटी अध्यापक और 1044 पदोन्नत लेक्चरर की मनचाही जगह
पर नियुक्ति हो गई। इससे पहले 7 अगस्त को 10 हजार 436 पीजीटी और 20 दिसंबर
को 20 हजार 831 प्राथमिक शिक्षकों (जेबीटी) के ऑनलाइन तबादले हुए थे।1
प्रदेश के इतिहास में इतने बड़े पैमाने पर कभी तबादले नहीं हुए। ऑनलाइन
तबादलोंे के बाद दास ने कहा कि 12 हजार से अधिक जेबीटी के पदों पर
नियुक्तियां हो चुकी हैं और उच्चतम न्यायालय के रोक हटाते ही इन पदों को भर
दिया जाएगा। ऑनलाइन तबादला प्रक्रिया के तहत एक ही स्थान पर पांच साल से
जमे शिक्षकों को अनिवार्य रूप से मनचाहे स्टेशनों का विकल्प चुनना होता है।
इससे कम अवधि वाले शिक्षक भी मनपसंद स्थान पर तबादले का विकल्प भर सकते
हैं।
अन्य पदों को भरने की प्रक्रिया जल्द
एसीएस ने बताया कि सरकारी
स्कूलों में रिक्तपड़े टीजीटी और पीजीटी सहित अन्य पदों को भरने की
प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।
मार्च-2017 तक सेवानिवृत होने
वाले अध्यापकों को पूरे शैक्षणिक सत्र
तक रखा जाएगा और सेवानिवृत्त हो चुके अध्यापकों से भी दोबारा अनुबंध आधार
पर सेवाएं ली जाएंगी।
फिर तैनात होंगे शिक्षक
शिक्षकों की कमी के चलते
कन्या विद्यालयों में 45 से ज्यादा आयु वाले पुरुष अध्यापकों की तैनाती पर
विचार चल रहा है। शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने कहा कि
वर्षो से नीति चली आ रही है कि कन्या विद्यालयों में 45 साल से कम उम्र के
पुरुष अध्यापक की नियुक्तिनहीं की जाएगी, लेकिन उनका मत है कि अध्यापक के
चरित्र को आशंका में नहीं देखा जाना चाहिए। अध्यापक सम्मानित होता है।
इसलिए जिन कन्या विद्यालयों में किसी विषय का अध्यापक नहीं है और 45 से
ज्यादा उम्र का शिक्षक नहीं मिल रहा है तो वहां कम आयु वाले अध्यापकों को
लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में छात्रओं से छेड़छाड़ के
मामलों में दो महिला प्रिंसिपल और जिला शिक्षा अधिकारी की कमेटी बनाकर जांच
की जाएगी। दोषी को तुरंत निलंबित या बर्खास्त किया जा सकता है।
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.