नई दिल्ली : सीबीएसई के छात्रों के लिए 2018 से 10वीं की बोर्ड
परीक्षा अनिवार्य होगी। सीबीएसई की गवर्निंग बॉडी ने मंगलवार को इस संबंध
में प्रस्ताव को सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी। इस फैसले पर अब सरकार की मुहर
लगनी है।
मौजूदा समय में 10वीं के छात्रों के पास बोर्ड परीक्षा या स्कूल
आधारित परीक्षा चुनने का विकल्प है। पिछले दिनों केंद्रीय मानव संसाधन
विकास (एचआरडी) मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सीबीएसई के छात्रों के लिए 10वीं
की बोर्ड परीक्षा अनिवार्य करने का पक्ष लिया था। देश से सभी राज्य स्कूल
बोर्ड में यह व्यवस्था है। सूत्रों ने बताया कि गवर्निंग बॉडी की बैठक में
सदस्यों की राय थी कि 2017-18 के अकादमिक सत्र से 10वीं की बोर्ड परीक्षा
अनिवार्य की जानी चाहिए। यह भी कहा गया कि दसवीं में 80 फीसद अंक बोर्ड
परीक्षा का और 20 फीसद अंक स्कूल आधारित मूल्यांकन का दिया जाए।
इसके
अलावा सीबीएसई ने केंद्र से हंिदूी, अंग्रेजी और भारतीय भाषा पढ़ाने के
त्रिभाषा फॉमरूले को 9वीं और 10वीं कक्षा तक शामिल करने की सिफारिश की है।
अभी यह छठी से 8वीं कक्षा तक है। सीबीएसई ने संविधान की आठवीं सूची में
शामिल सभी भाषाओं को त्रिभाषा फॉमरूले के तहत पढ़ाए जाने को कहा है। जबकि
विदेशी भाषा को वैकल्पिक चौथी भाषा के तौर पर पढ़ाने की बात कही है।
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