** किसी गांव में एक से ज्यादा साक्षर दिव्यांग लड़कियां हुईं तो अधिक दिव्यांग को राष्ट्रीय ध्वज फहराने का मौका मिलेगा।
** 22 जनवरी को होगा नए राजकीय महिला महाविद्यालयों का शिलान्यास
चंडीगढ़ : इस बार 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर स्कूलों में आयोजित
होने वाले कार्यक्रमों में गांव की सबसे अधिक पढ़ी-लिखी दिव्यांग या
नेत्रहीन लड़की ध्वजारोहण करेगी। बुधवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल की
अध्यक्षता में हुई स्वर्ण जयंती कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक में यह निर्णय
लिया गया। किसी गांव में एक से ज्यादा साक्षर दिव्यांग लड़कियां हुईं तो
अधिक दिव्यांग को राष्ट्रीय ध्वज फहराने का मौका मिलेगा।
प्रशासनिक सचिवों
की बैठक में निर्णय लिया गया कि लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए
निर्मित नए राजकीय महिला महाविद्यालयों के भवनों का उद्घाटन खुद
मुख्यमंत्री करेंगे। इसके अलावा प्रस्तावित नए राजकीय महिला महाविद्यालयों
का शिलान्यास 22 जनवरी को कराया जाएगा। पिछले साल इसी दिन प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी ने पानीपत से ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान शुरू किया था।
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