हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के तहत मार्किंग मे लापरवाही का नमूना उस
वक्त देखने को मिला जब एक परीक्षार्थी की उत्तर पुस्तिका में न केवल
मार्किंग के दौरान कई खामियां पाई गई बल्कि परीक्षार्थी को फेल दर्शा दिया
गया। परीक्षार्थी द्वारा बोर्ड से प्राप्त उत्तर पुस्तिका की फोटो कॉपी में
ऐसी खामियां उजागर हुई हैं जिससे बोर्ड के तहत अध्यापकों द्वारा की जाने
वाली मार्किंग पर भी सवालिया लग गया है।
रेवाड़ी जिले के गांव निमोठ की रहने वाली छात्रा रजनी ने इसी वर्ष सीनियर
सैकेंडरी की परीक्षा दी थी। बोर्ड की ओर से इस बार पहले ही लचर परीक्षा
परिणाम घोषित किया गया है। इस छात्रा को बोर्ड ने रिजल्ट में फिजिक्स,
कैमेस्ट्री और मैथ में फेल दिखा दिया। छात्रा ने परीक्षा परिणाम के बाद
दावा किया वह फिजिक्स और कैमेस्ट्री में किसी भी सूरत में फेल नहीं हो
सकती। छात्रा की जिद को देखते हुए उसके परिजनों ने बोर्ड से उसकी दोनों
विषय की उत्तर पुस्तिकाओं की फोटोकॉपी लेने के लिए आवेदन कर दिया। जब बोर्ड
की ओर से फोटोकॉपी प्रेषित की गई, तो दोनों विषयों में छात्रा को पास
दिखाया हुआ था। इस छात्रा को उत्तरपुस्तिका में फिजिक्स विषय में 34 अंक
दिए हुए हैं, जबकि परीक्षा परिणाम में उसके अंक 17 दिखाए गए हैं।
कैमस्ट्रिी विषय में 22 अंक आने के बावजूद रिजल्ट में मात्र 15 अंक दिखाए
गए हैं। इन दोनों उत्तर पुस्तिकाओं का अवलोकन जब संबंधित विषयों के लैक्चरर
से कराया गया, तो दोनों उत्तर पुस्तिकाओं में जांच के समय भारी
अनियमितताएं पाई गईं। इन उत्तर पुस्तिकाओं में कई सवालों को चेक ही नहीं
किया गया है, तो दूसरी ओर कई सवालों को गलत करार देते हुए उन पर अंक भी दिए
गए हैं। अंदर लिखे गए सवालों की संख्या कॉपी के बाहर लिखी संख्या से मैच
तक नहीं कर रही है। रिजल्ट आने के बाद यह छात्रा बी टैक में प्रवेश लेने की
तैयारी कर रही थी लेकिन बोर्ड की लापरवाही ने उसे अवसाद में पहुंचाने का
काम कर दिया। ..DT
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