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Tuesday, 22 March 2016

संबद्धता को लेकर सख्त हुआ सीबीएसई


** स्कूलों के रवैये को देखते हुए बदला नियम 
** अनिवार्यता को पूरा न करने पर कटेगा 50 फीसद शुल्क
नई दिल्ली : सीबीएसई की संबद्धता पाने के इच्छुक उन स्कूलों की मुश्किल बढ़ने जा रही है, जो बिना संबद्धता नियमों को जाने ही आवेदन कर देते हैं। बोर्ड ने अंकुश लगाने के उद्देश्य से आवेदन रद होने की सूरत में प्रक्रिया शुल्क में 10 फीसद की कटौती को बढ़ाकर 50 फीसद करने का निर्णय किया है। यानी आवेदन रद हुआ तो प्रक्रिया शुल्क की आधी राशि ही वापस मिलेगी। 
निदेशक (संबद्धता) डॉ. पीआइ साबू के अनुसार, सत्र 2016-17 संबद्धता के संबंध में नियम में बदलाव किया गया है। बोर्ड की प्रबंध समिति द्वारा इस विषय में औपचारिक निर्णय हो चुका है, जिसे आगामी सत्र से लागू किया जा रहा है। 
बता दें कि पहले नियम था कि यदि आवेदन करने पर स्कूल संबद्धता की अनिवार्यताओं को पूरा नहीं करता है तो उसके द्वारा जमा प्रक्रिया शुल्क की 10 फीसद राशि की कटौती कर शेष लौटा दी जाएगी, लेकिन इसका नतीजा था कि स्कूल बिना नियमों को पढ़े, जाने व समङो आवेदन करने में जुटे थे।
क्या है संबद्धता की प्रक्रिया
सीबीएसई देश-विदेश में चल रहे स्कूलों को तीन स्तरों पर संबद्धता प्रदान करता है। पहला मीडिल स्तर (आठवीं कक्षा तक) होता है। दूसरा दसवीं के स्तर पर और तीसरा बारहवीं के स्तर पर। बोर्ड अधिकारियों के अनुसार, ये जरूरी नहीं है कि स्कूल पहले मिडिल स्तर के लिए ही आवेदन करें वो यदि दसवीं या फिर बारहवीं के स्तर पर संबद्धता के नियमों को पूरा करता है तो सीधे इन स्तरों के लिए भी आवेदन कर सकता है। इसी तरह हर स्तर के लिए नियम व प्रक्रिया शुल्क अलग-अलग निर्धारित है। अभी देश-विदेश में बोर्ड की संबद्धता प्राप्त स्कूलों की संख्या करीब 16 हजार है।                                                     dj

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