रोहतक : बेटियों की पढ़ाई को लेकर सरकार शिक्षा विभाग नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने से पहले ही अलर्ट नजर रहा है। इसी कड़ी में स्कूल ड्राप आउट को लेकर सख्ती बरती जा रही है। इस बार कोई बेटी अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़े, इसके लिए परीक्षा परिणाम आते ही उन्हें अगली कक्षा में प्रवेश दिलाया जाएगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए एक अप्रैल से विभाग प्रवेश उत्सव का शुभारंभ करेगा।
सरकारी स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र की तैयारियां पूरी हो गई हैं। स्कूलों में 31 मार्च को परीक्षा परिणाम के अगले ही दिन एक अप्रैल से नया सत्र शुरू हो जाएगा। इसी दिन स्कूलों में दाखिले शुरू हो जाएंगे। पांचवीं कक्षा पार करने वाले बच्चों को स्कूल बुलाकर अगली कक्षा में दाखिले का आवेदन भर कर दिया जाएगा। इसे दो अप्रैल को अभिभावकों के हस्ताक्षर के बाद वापस जमा किया जाएगा। यदि स्कूल प्राथमिक ही है तो स्कूल प्रभारी बच्चों को पड़ोस के नए माध्यमिक विद्यालय में वांछित रिकॉर्ड के साथ प्रवेश दिलाएंगे। दाखिले के बाद कक्षा अध्यापक से बच्चों का परिचय भी इसी दिन कराया जाएगा। बच्चों का स्वागत तिलक लगाकर किया जाएगा।
नौवीं में नहीं पढ़ने वाली बेटियों की होगी पहचान :
शिक्षा विभाग ने ड्राप आउट केस खत्म करने के उद्देश्य से योजना बनाई है। चूंकि सबसे ज्यादा ड्राप आउट नौवीं कक्षा में होता है। लड़कियां इससे ज्यादा प्रभावित होती हैं। ऐसे में उन बेटियों की पहचान पहचान अभी की जाएगी, जिनके माता पिता उन्हें नौवीं कक्षा में पढ़ाना नहीं चाहते। नौवीं में दाखिला एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक होगा।
11वीं कक्षा में मिलेगा प्रोविजनल दाखिला :
दसवीं कक्षा से 11वीं कक्षा में जाने वाले विद्यार्थियों को भी तुरंत अगली कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा। परीक्षा परिणाम देरी से आने पर 11वीं कक्षा के लिए प्रोविजनल प्रवेश की व्यवस्था की गई है। दसवीं कक्षा की अंतिम परीक्षा से अगले दिन ही विद्यार्थी अपने स्कूल पहुंचे। यहां कक्षा स्कूल प्रभारी उन्हें प्रोविजनल प्रवेश के बारे में बताएंगे। 11वीं कक्षा में प्रवेश के लिए आवेदन अभिभावकों के हस्ताक्षर के लिए उपलब्ध कराएंगे जाएंगे। इससे अगले दिन सभी विद्यार्थियों को नए स्कूल में ले जाया जाएगा। यहां प्रवेश के तुरंत बाद कक्षा नियमित निरंतर रूप से आरंभ की जाएगी। db
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