** निजी स्कूल बिना सरकार से अनुदान के नहीं देंगे दाखिले
चंडीगढ़ : शिक्षा विभाग की ओर से जहां सरकारी स्कूलों में दाखिले बढ़ाने की
कवायद चल रही है, वहीं गरीब व बीपीएल परिवारों को निजी स्कूलों में मुफ्त
दाखिले दिलाने के लिए स्कूल व मोटर साइकिल रैलियां निकालने का निर्णय लिया
गया है। राज्य के निजी स्कूल संचालक हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद सरकार
द्वारा गरीब बच्चों की फीस नहीं भरने पर नाराज हैं।
नेशनल इंडिपेंडेट
स्कूल एलाइंस (निसा) के अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा ने कहा कि हाईकोर्ट के फैसले
के बाद साफ हो गया कि हरियाणा सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है।
हरियाणा स्कूल नियमों की धारा 134ए के तहत 10 प्रतिशत गरीब बच्चों को मुफ्त
शिक्षा दिलाने के नाम पर भाजपा 90 प्रतिशत अभिभावकों पर 5 हजार करोड़ रुपए
का अतिरिक्त बोझ डाल रही है। शर्मा ने कहा कि यदि निजी स्कूल संचालक दबाव
में आकर 10 प्रतिशत बच्चों को मुफ्त एडमिशन देते हैं तो अपना खर्च निकालने
के लिए वे 90 प्रतिशत बच्चों की फीस बढ़ाएंगे। उन्होंने सरकार से आग्रह
किया कि 10 प्रतिशत गरीब बच्चों की फीस की भरपाई की जाए। उधर, आल इंडिया
छात्र फेडरेशन, दो जमा पांच मुद्दे जन आंदोलन, हरियाणा बैकवर्ड फेडरेशन,
डा. भीमराव अंबेडकर जन समिति तथा कमेरा वर्ग क्रांति मोर्चा ने 27 मार्च से
राज्य भर में स्कूल व मोटर साइकिल रैलियां निकालने का ऐलान किया है। दो
जमा पांच मुद्दे जन आंदोलन के संयोजक सत्यवीर हुड्डा की अध्यक्षता में हुई
बैठक में तय हुआ कि निजी स्कूलों में 10 प्रतिशत सीटों पर गरीब बच्चों को
दाखिले की सुविधा हाईकोर्ट ने दी है। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.