स्कूल मुखिया बायोमीट्रिक हाजिरी न लगने के कई तरह के बहाने बना रहे हैं। कोई कहता है कंप्यूटर सिस्टम चोरी हो गया तो कई कहता है कि गांव में नेटवर्क नहीं आता है। यह भी नहीं कि शिक्षा विभाग इंटरनेट के लिए बजट नहीं जारी करता है। बजट जारी होता है, लेकिन फिर भी स्कूल में इंटरनेट की सुविधा नहीं है। अभी भी शिक्षक हाजिरी रजिस्टर पर लगा रहे हैं। शिक्षकों अपनी मनमर्जी से स्कूल आते हैं और जाते हैं।
इन स्कूलों में शिक्षकों का नहीं लग रहा अंगूठा
गांव बरसीन का राजकीय उच्च विद्यालय, गांव बीराबदी, गांव दमकौरा का राजकीय उच्च विद्यालय, गांव धारनियां, गांव खैराती खेड़ा, गांव लाहली, गांव फुला, गांव सांचला, गांव बादलगढ़ राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय व गांव कन्हेड़ी, गांव भोड़ा होशनाक, गांव दैयड़, गांव हैदरवाला, गांव कुकड़ावाली, गांव मोचीवाली, गांव पिरथला, गांव सनियाना, गांव भिरड़ाना का राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय व गांव ललौदा के विद्यालय की बायामीट्रिक हाजिरी आनलाइन नहीं हुई है।
"गांव में नेटवर्क नहीं आता है। इस कारण बायोमीट्रिक आनलाइन नही हो पा रही है। सिम से भी इंटरनेट नहीं चलता है। इस कारण हाजिरी आनलाइन नहीं हो रही है। जल्द ही इसे आनलाइन किया जाएगा।"-- धर्मवीर मित्तल, स्कूल मुखिया, राजकीय उच्च विद्यालय।
"स्कूल में कंप्यूटर सिस्टम नहीं है। इस कारण हाजिरी आनलाइन नहीं हो पा रही है। इस बारे में डीईओ को लिखा भी हुआ है, लेकिन इसके बाद भी उनकी समस्या का समाधान नही हुआ है। "-- राजेंद्र कुमार, स्कूल मुखिया, राजकीय उच्च विद्यालय।
"उन्होंने 20 स्कूलों के मुखियाओं से बायोमीट्रिक आनलाइन न करने पर स्पष्टीकरण मांगा है। इसके साथ यह भी आदेश दिये है कि उनकी हाजिरी आनलाइन नहीं आई। इसलिए उन्हें आदेश दिये है कि वह इस बार अपना वेतन न निकलवाये। आनलाइन हाजिरी न आने पर स्कूल मुखिया का कोई बहाना नहीं चलेगा। अगर किसी चीज की कमी है तो वह लिखकर दे। "-- डॉ. यज्ञदत्त वर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.