** एक अप्रैल से प्रवेश उत्सव के साथ शुरू होगा शैक्षणिक सत्र
सोनीपत : नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने में अब महज दो ही दिन शेष हैं, लेकिन जिले के स्कूलों में शिक्षा विभाग द्वारा मुहैया करवाई जाने वाली पुस्तकें अभी तक नहीं पहुंची है, ऐसे में एक बार फिर से विद्यार्थियों को उधार की किताबों से नए सत्र की शुरुआत करनी होगी। जबकि विभाग की ओर से पुरजोर दावा किया गया था कि इस बार सत्र शुरू होने से पहले ही स्कूलों में पुस्तकें पहुंच जाएंगी, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हो सका है।
विदित हो कि इस बार पहली से पांचवीं तक के लिए नई किताबेंं लिखी गईं हैं। छठी से आठवीं तक के पांच विषय में राज्य आधारित सामग्री जोड़ी गई है। सर्वशिक्षा अभियान (एसएसए) की ओर से पहली से आठवीं तक के छात्रों को निशुल्क किताबेंं उपलब्ध कराई जाती हैं। बता दें कि प्राथमिक और मिडिल की किताबों को प्रिंट कराने का आर्डर निदेशालय ने काफी पहले दे दिया था, लेकिन फिर भी अभी तक किताबें स्कूलों में नहीं पहुंच सकी हैं।
"अब तक किताबें स्कूलों में पहुंच जानी चाहिए थी, जिससे बच्चों को अगले कक्षा में दाखिला मिलते ही किताबें दे दी जाएं, लेकिन अब पुरानी किताबों से काम चलाया जाएगा।''-- दिनेश छिक्कारा,प्रवक्ता हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ।
नए सत्र में बदलेगी पाठन शैली
इस शिक्षा सत्र से हरियाणा में पठन-पाठन का तरीका बदल जाएगा। छात्रों को रटने के बजाय समझाने पर जोर दिया जाएगा। मसलन, बच्चों का ककहरा बताने के बजाय कहानी के जरिए शब्द और वर्ण का ज्ञान कराया जाएगा। एससीईआरटी के हिंदी विशेषज्ञ डॉ. योगेश वशिष्ठ ने बताया कि नई किताबों में पारंपरिक पढ़ाई अ, आ, इ, यानी वर्णमाला के बजाय कहानी आधारित किया गया है। नये बदलाव में शुरुआत वाकयों से होगी। कहानी से बच्चों को विषय समझने में आसानी होती है। शिक्षा सत्र 2016-17 से स्कूलों में 'एक्टिविटी बेस्ड' पाठयक्रम लागू किया जाना है। मिडिल में हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृति, उर्दू समेत सामाजिक विषय में राज्य आधारित सामग्री जोड़ी गई और पंजाबी की नई किताब है। पंजाबी में बीस साल बाद नई किताब लिखी गई है। dj
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