गुड़गांव : सरकारी स्कूलों के स्टूडेंट्स साइंस और मैथ के फोर्मुले को रोबोट के जरिए समङोंगे। इसके लिए नगर निगम क्षेत्र के सरकारी स्कूलों
में रोबो शिक्षा केंद्र खोलने की तैयारी की जा रही है। सरकारी स्कूलों के
बच्चे को भी सीबीएसई स्कूलों जैसी सुविधा मिल सकेगी और देश-विदेश में होने
वाली दिमागी प्रतियोगिताओं के लिए स्टूडेंट्स को तैयार किया जाएगा।
फिलहाल
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में ऐसी सुविधाओं की कमी है और बच्चे कई
प्रतियोगी परीक्षाओं में दूसरे स्कूलों के मुकाबले काफी पिछड़ जाते हैं।
खासतौर पर साइंस और मैथ्स की गिनती काफी कठिन विषयों में की जाती है। रोबोट
व अन्य उपकरणों के जरिए स्टूडेंट्स सवालों का हल सेकेंड में ही निकाल
सकेंगे और तेजी से मानसिक विकास भी होगा। नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों
के मुताबिक स्कूलों में रोबो शिक्षा केंद्र खोलने के लिए जल्द टेंडर किए
जाएंगे। इस बारे में 29 मार्च को सेक्टर 34 स्थित नगर निगम कार्यालय में भी
अधिकारियों की बैठक होगी जिसमें स्कूलों के चयन व केंद्र खोलने संबंधी
चर्चा की जाएगी।
मशीनों से नौकरियों की तैयारी :
बदल रहे वक्त में
स्कूलों में किताबी ज्ञान के साथ-साथ क्रिएटिविटी पर भी ध्यान दिया जाने
लगा है। इसके लिए मशीनों और उपकरणों का उपयोग भी काफी बढ़ गया है। स्कूलों
में रोबो शिक्षा केंद्र खोलने का मुख्य उद्देश्य भविष्य में बच्चों को
नौकरियों के लिए तैयार करना है।
दिल्ली में होगा वर्ल्ड रोबोट ओलंपियाड :
हर बार साइंस और मैथ्स ओलंपियाड का आयोजन विश्व में अलग-अलग देश में होता
है। उसी तरह वर्ल्ड रोबोट ओलंपियाड का आयोजन भी हर साल अलग-अलग देश में
होता है। खास बात यह है कि वल्र्ड रोबोट ओलंपियाड 11 से 13 नवंबर, 2016 को
इस बार देश की राजधानी दिल्ली में होगा जिसमें कई देशों के बच्चे हिस्सा
लेंगे। वर्ल्ड रोबोट ओलंपियाड 2015 में कतर में और 2014 में रूस में हुआ
था।
"नगर निगम क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में रोबो शिक्षा केंद्र खोलने की
तैयारी की जा रही है। जिससे स्टूडेंट्स को काफी फायदा मिलेगा। जल्द इसके
लिए टेंडर किए जाएंगे।"-- विवेक कालिया
संयुक्त आयुक्त नगर निगम, गुड़गांव। dj
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