** हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन ने दी शिक्षा बोर्ड भिवानी को चेतावनी
हिसार : हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन (हसला) ने शिक्षा बोर्ड भिवानी को चेतावनी दी है कि यदि मैट्रिक उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन (मार्किंग) में प्राध्यापकों की ड्यूटी नहीं लगाई गई तो प्राध्यापक 12वीं में भी मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर सकते हैं। हसला प्रधान भगवानदत्त ने बताया कि यह सर्वविदित है कि हरियाणा में 80 प्रतिशत से अधिक प्राध्यापक 9वीं 10वीं को पढ़ा रहे हैं लेकिन पिछले वर्षों में मैट्रिक के मूल्यांकन कार्य में प्राध्यापकों की बोर्ड ने ड्यूटी ही नहीं लगाई, जिससे बोर्ड के प्रति पूरे प्राध्यापक वर्ग में गहरा रोष है जो शिक्षक 10वीं कक्षा को पढ़ाते ही नहीं, उनसे मूल्यांकन करवाना कहां का न्याय है।
अत: हसला शिक्षा विभाग बोर्ड से मांग करती है कि 10वीं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन उन्हीं शिक्षकों प्राध्यापकों से कराया जाए जो वर्तमान में 10वीं कक्षा को पढ़ाते हैं। वर्तमान में परीक्षा ड्यूटी में भी बोर्ड ने बहुत लापरवाही बरती है। वरिष्ठ को सुपरवाइजर कनिष्ठ को सुपरिटेंडेंट लगाया गया है। हर वर्ष बोर्ड से हसला मांग करती रही है कि वरिष्ठता के आधार पर फ्लाइंग, सुपरिटेंडेंट सुपरवाइजर की ड्यूटी लगाई जाए, लेकिन बोर्ड प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती। यदि इस बार बोर्ड प्रशासन ने प्राध्यापकों की ड्यूटी 10वीं की मार्किंग (उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन) में नहीं लगाई तो प्राध्यापक 12वीं में भी मार्किंग ड्यूटी छोड़ सकते हैं। इसकी जिम्मेदारी भिवानी बोर्ड की होगी। db
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