बिलासपुर : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से परीक्षा ड्यूटी के लिए दिया जाने वाला मानदेय शिक्षकों के साथ मजाक है। एक दशक से उन्हें प्रति दिन 40 रुपए के हिसाब से भुगतान किया जा रहा है। हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ ने बोर्ड से मानदेय शिक्षा विभाग के नियमानुसार देने की मांग की है।
संघ के जिला प्रधान गुरमीत सिंह ने बताया कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड हर साल परीक्षा फीस में वृद्धि करता है। लेकिन परीक्षा ड्यूटी पर लगे शिक्षकों को दिए जाने वाले मानदेय में बढोतरी नहीं की जाती। उनका कहना है कि यह शिक्षकों के साथ अन्याय है।
उन्होंने बताया कि दिनभर ड्यूटी करने के लिए एक शिक्षक को 40 रुपए डेली दी जाती है। जबकि शिक्षा विभाग में 200 रुपए डेली का प्रावधान है।
उन्होंने बताया कि बोर्ड की परीक्षाएं दो सत्र में होती हैं। सुबह घर से निकला शिक्षक शाम को ही घर लौटता है। उन्होंने बताया कि एक केंद्र अधीक्षक को हर रोज कम से पांच सौ रुपए का डीजल पेपर ड्यूटी के दौरान कार में खर्च करना पड़ता है।
उत्तर पुस्तिकाएं परीक्षा केंद्र से ही कलेक्ट की जाएं
हरियाणाराजकीय अध्यापक संघ के जिला महासचिव हरपाल सिंह बैंस का कहना है कि बोर्ड को कम से कम दो सौ रुपए डेली 150 रुपए प्रति परीक्षा ड्यूटी देनी चाहिए। जो मौजूदा में 60 से 70 रुपए है। उन्होंने मांग की है कि बोर्ड को ऐसा प्रावधान करना चाहिए कि उत्तर पुस्तिकाएं परीक्षा केंद्र से ही कलेक्ट की जाएं और प्रश्र पत्र भी वहीं पहुंचाया जाए। परीक्षा अधीक्षक की सुरक्षा का कोई भी प्रबंध नहीं है। अब तो हालात ये है कि परीक्षा केंद्र पर पुलिसकर्मी भी नहीं लगाए जाते। उनका कहना है कि यदि बोर्ड ने सिस्टम में बदलाव किया तो शिक्षक विरोध के रास्ते पर चलने पर मजबूर होंगे। जिसकी जिम्मेवारी बोर्ड शिक्षा विभाग की होगी।
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