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Tuesday, 29 March 2016

प्रदेश के कॉलेजों में बिना फैकल्टी के बीबीए का कोर्स बंद होने के कगार पर

** वर्ष 2005-06 में कॉलेजों में शुरू किया गया था बीबीए कोर्स
** कॉमर्स डिपार्टमेंट के अधीन चल रहा है बीबीए का कोर्स, अलग से फैकल्टी नहीं कराई गई उपलब्ध
करनाल : प्रदेशभर के राजकीय कॉलेजों में चल रहा बीबीए (बेचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन) कोर्स बंद होने के कगार पर पहुंच गया है। फैकल्टी के अभाव में 9 कॉलेजों में इसे बंद करने के आदेश हो चुके हैं, जबकि बाकी में भी इसी स्थिति पर पहुंच चुका है। इस कोर्स को प्रदेश के 23 कॉलेजों में कॉमर्स विभाग के अधीन शुरू किया गया था, लेकिन तब से ही इस कोर्स के लिए अलग से कोई फैकल्टी उपलब्ध नहीं कराई गई। 
दरअसल शिक्षा विभाग ने प्रदेशभर के 23 कॉलेजों में वर्ष 2005-06 में बीबीए कोर्स चालू किया था। उस समय फैकल्टी के अभाव में इसे कॉलेजों के कॉमर्स विभाग के अधीन दिया गया था और कॉमर्स विभाग के लेक्चरर/प्रोफेसर ही बीबीए के विद्यार्थियों को पढ़ा रहे थे। 
दुर्भाग्य यह रहा कि तब से लेकर आज तक बीबीए के बच्चों को पढ़ाने के लिए कोई अलग से फैकल्टी नियुक्त नहीं की गई। इस कारण अब यह कोर्स बंद होने के कगार पर पहुंच चुका है। 9 कॉलेजों में तो इसे बंद ही कर दिया गया है, केवल चालू सत्र की ही पढ़ाई हो रही है। ऐसा भी नहीं है कि इस कोर्स में बच्चे ने एडमिशन नहीं लिया हो, बल्कि सभी 14 कॉलेजों में करीब-करीब सीटें फुल रही हैं।
फैकल्टी के लिए ये है जरूरी योग्यता 
यूजीसीके निर्देशानुसार बीबीए की फैकल्टी के लिए मैनेजमेंट में स्नातकोत्तर या इसके समकक्ष और यूजीसी नेट क्वालीफाइड होना चाहिए। यदि नेट नहीं हैं तो 2009 तक के मैनेजमेंट पीएचडी धारक भी इसकी फैकल्टी के लिए पात्र होंगे। इसके विपरीत प्रदेशभर के राजकीय कॉलेजों में चल रहे बीबीए कोर्स के विद्यार्थियों को फिलहाल कॉमर्स फैकल्टी ही शिक्षित कर रहे हैं।
इन कॉलेजों में बंद हुआ कोर्स 
  कॉलेज कोर्स                                                   कब से बंद 
 पं.सीएलएसकॉलेज, करनाल                            2014-15 
 राजकीय कॉलेज, सिद्धरावाली, गुड़गांव             2015-16 
 राजकीय कॉलेज, महेंद्रगढ़                               5वें सेमेस्टर तक 
 कन्या कॉलेज से.-14, गुड़गांव                          2014-15 
 राजकीय कॉलेज, जींद में कोर्स बंद है। 
 पीआईजी गर्ल्स कॉलेज, जींद                           चालू तृतीय वर्ष 
 एनएम पीजी कॉलेज, हांसी                              2015-16 
 राजकीय कॉलेज, भिवानी                                2015-16 
 सावित्री बाई फूले कॉलेज, रेवाड़ी में कोर्स बंद है।
ये होगा नुकसान 
बीबीएकोर्स एक प्रोफेशनल कोर्स है। यह कोर्स बंद होगा तो प्रदेश के हजारों बच्चों को नुकसान होगा, क्योंकि राजकीय काॅलेजों में उन्होंने नाममात्र फीस लगभग 5 हजार रुपए सालाना देनी होती है। करीब 15 हजार रुपए में उनकी डिग्री पूरी हो जाती है, जबकि इसी कोर्स को प्राइवेट कॉलेज में करने पर एक बच्चे को करीब एक लाख रुपए सालाना खर्च करना पड़ता है।                                                                db

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