अंबाला: शहर के 100 स्कूल ऐसे हैं जिनमें न केवल शिक्षक बल्कि गैर शिक्षकों
की भारी कमी है। इसी कारण अंबाला शहर के स्कूलों का
परिणाम लगातार खराब आ रहा है। पूर्व की सरकारों ने इस समस्या की ओर कोई
ध्यान नहीं दिया। इसी कारण यह मर्ज बढ़ता ही चला गया। अंबाला शहर के
विधायक असीम गोयल ने विधानसभा सत्र के दौरान अंबाला की इस प्रमुख समस्या को
न केवल उठाया बल्कि इसके समाधान की गुहार भी लगाई।
इस दौरान शहरी विधायक
ने शहर की शिक्षा से जुड़ी कईं समस्याओं के मुद्दे को पूरे जोर-शोर से
उठाया। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि नन्यौला, चौड़मस्तपुर, जनसुई व
बलाना स्कूल में शिक्षकों की कमी एवं नान टीचिंग स्टाफ की कमी का मुद्दा
उठाया। 1उन्होंने कहा कि अंबाला शहर में ऐसे लगभग 100 स्कूल है जिसमें यह
समस्या है। विधायक द्वारा उठाए गए मुददों पर हरियाणा के शिक्षा मंत्री
रामबिलास शर्मा ने उन्हें विश्वास दिलाया कि प्राथमिकता के आधार पर इन
स्कूलों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा ताकि स्कूलों में बच्चों की
पढ़ाई में किसी प्रकार की दिक्कत न आए।
विधायक ने कहा कि पूर्व की सरकारों
ने स्कूलों की शिक्षा पर कोई ध्यान नहीं दिया, जिससे यह समस्या बढ़ती चली
गई और शिक्षा का स्तर नीचे आया है। उन्होंने कई ऐसे स्कूल के उदाहरण देते
हुए मुद्दा उठाया कि कई स्कूल निचले स्तर पर बने हुए है और उन स्कूलों में
बरसात के दिनों में पानी भर जाता है।
इसी कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित
होती है। उन्होंने प्रश्न किया कि इस प्रकार के स्कूलों की भरवाई का क्या
प्रवधान है। इस पर शिक्षा मंत्री ने उन्हें विश्वास दिलाया कि इस समस्या का
निदान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा ताकि बच्चों की पढ़ाई पर कोई
प्रभाव न पड़े। इस समस्या की ओर ध्यान दिया जाएगा। db
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