मतलौडा : फर्जी अनुभव व वेतन का प्रमाण पत्र बनवाकर उरलाना कलां के राजकीय कन्या विद्यालय में नियुक्त हुईं एसएस विषय की अतिथि अध्यापिका सुषमा रानी को शिक्षा विभाग ने बर्खास्त कर दिया है। इस मामले की जांच जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को मिली शिकायत के आधार पर शुरू हुई थी। खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी पानीपत व मतलौडा ने जांच की थी। अधिकारियों ने जांच रिपोर्ट निदेशक मौलिक शिक्षा अधिकारी पंचकूला को भेज दी है। दिए जा चुके वेतन की भी वसूली की जाएगी।
जांच रिपोर्ट के अनुसार सुषमा रानी ने दिनांक 11 अपै्रल, 2007 से 31 जुलाई, 2007 तक के समय के दौरान राजकीय उच्च विद्यालय बलाना के नाम से फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र व वेतन प्रमाण पत्र बना कर अपना तबादला राजकीय कन्या उच्च विद्यालय उरलाना कलां में करा लिया था, जबकि इस दौरान महिला ने उक्त स्कूल में अतिथि अध्यापिका के पद पर न तो कोई कार्य किया था और न ही खंड शिक्षा अधिकारी इसराना से इसका कोई वेतन निकलवाया।
यह भी तथ्य सामने आया कि अध्यापिका की नियुक्ति व समायोजन के समय भी योग्यता पूर्ण नहीं थी। अध्यापिका तो वह संस्कृत की थी और लगा दिया एसएस अध्यापिका। जांच रिपोर्ट में यह साफ बताया गया है कि महिला कर्मचारी ने विभागीय अधिकारी के साथ मिलीभगत करके तथा विभाग को गुमराह करके अपना समायोजन राजकीय कन्या उच्च विद्यालय उरलाना कलां में करवाया है। खंड शिक्षा अधिकारी विजय लक्ष्मी नांदल ने बताया कि जांच में सच सामने आ गया। db
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