** पेपर की फीस भरने के बावजूद विद्यार्थियों को अपने खर्च से नेट पर निकालने पड़े रोल नंबर
** रोल नंबर स्लिप न मिलने के कारण दो घंटे की देरी से शुरू हुआ प्रेक्टिकल
कैथल : प्रदेश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में जेबीटी कर रहे 45 हजार छात्र-छात्राओं को शिक्षा बोर्ड भिवानी ने इस बार रोल नंबर स्लिप नहीं भेजी। ऐसे में हजारों विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
शिक्षा बोर्ड ने 23 जनवरी को शिक्षण संस्थानों में ओएमआर व हाजिरी शीट भेज दी थी। जबकि इससे दस दिन पहले विद्यार्थियों को फोटो लगी रोल नंबर स्लिप मिल जाती है।
रोल नंबर स्लिप न मिलने के कारण सोमवार को दो घंटे देरी से प्रेक्टिकल शुरू हुआ। उसी दिन प्रेक्टिकल होने के कारण विद्यार्थियों को नेट से मुंहमांगी कीमत पर रोल नंबर निकलवाने पड़े। जेबीटी के प्रेक्टिकल 27 जनवरी से 10 फरवरी तक होने हैं। इस पश्चात 12 से 22 फरवरी तक परीक्षाएं होनी हैं।
इन स्थानों पर हैं जेबीटी शिक्षण संस्थान: जिलेभर में छह स्थानों पर जेबीटी शिक्षण संस्थान हैं। हर शिक्षण संस्थान में जेबीटी की 50 सीटें हैं लेकिन डाइट में जेबीटी की 100 सीटें हैं। जिले में डाइट, करतार सिंह वत्स मैमोरियल स्कूल, श्रीराम कालेज, कलायत, कौल में एक-एक व राजौंद में दो शिक्षण संस्थान हैं। जिले भर में 400 के करीब बच्चे जेबीटी का कोर्स कर रहे हैं।
एक दिन पहले पता चला
"इस बार शिक्षा बोर्ड से रोल नंबर स्लिप नहीं आई। मुझे बच्चों के रोल नंबर नेट पर डालने के बारे में एक दिन पहले ही पता चला है। सभी बच्चों को नेट से रोल नंबर निकालकर दिए जा रहे हैं।"--आरडी धीमान, प्रिंसिपल, करतार सिंह वत्स मेमोरियल स्कूल।
बोर्ड को भेज दी शिकायत
"मेरे पास नेट पर एक बच्चे को रोल नंबर मिलने की शिकायत आई थी। मैंने स्कूल बोर्ड में बात करके बच्चे का पे्रक्टिकल दिलवा दिया है। इस बार जेबीटी का कोर्स कर रहे बच्चों के रोल नंबर नेट पर डाले गए हैं। जेबीटी के विद्यार्थियों को आई समस्या के बारे में शिक्षा बोर्ड के अधिकारियों को अवगत करा दिया है।"--रफिया राम, प्रिंसिपल, जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान। db
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