** जिला मौलिक शिक्षा विभाग की लापरवाही के चलते 27 जनवरी को खुले जिले के स्कूल।
गुडग़ांव : गणतंत्र दिवस पर गुडग़ांव में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में जिला मौलिक शिक्षा विभाग ने राज्यपाल के आदेशों की अवहेलना की। इस दौरान राज्यपाल के 27 जनवरी को जिले के सभी स्कूलों में अवकाश की घोषणा को नहीं माना गया, वहीं स्कूलों में मिड-डे मील की सप्लाई भी हुई। नतीजा अधिकतर स्कूलों में बच्चों की अनुपस्थिति के चलते 50 हजार बच्चों का खाना बर्बाद हो गया है। खास बात यह है कि जिला प्रशासन को भी इस बात की जानकारी नहीं थी। जब मामला खुला, तो अब अधिकारी जिम्मेदारी लेने से बच रहे हैं।
24 को लिखित आदेश जारी
गणतंत्र दिवस कार्यक्रम को लेकर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को 24 जनवरी को लिखित आदेश जारी किए थे, जिसमें उन्होंने 27 जनवरी को जिले के सभी स्कूल खोलने को कहा। साथ ही, मिड-डे मील बनाने वाली गैर सरकारी संस्था इस्कॉन के अधिकारियों को भी 27 जनवरी को सभी सरकारी स्कूलों में रोजाना की तरह छात्रों के लिए मिड-डे मील वितरण करने के आदेश दिए। लेकिन स्कूलों में छात्रों की न के बराबर उपस्थिति होने से करीब 50 हजार छात्रों का भोजन बर्बाद हो गया।
डीईईओ ने दिया बेतुका बयान
इस बारे में जब जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी प्रेमलता से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि मैंने 24 जनवरी को लिखित में आदेश जारी किया था। अगर स्कूलों में छुट्टी है, तो इसके लिए स्कूल छुट्टी करने के लिए स्वतंत्र है। इतना कहकर उन्होंने फोन काट दिया।
उपायुक्त भी हुए हैरान
27 जनवरी को जिले के स्कूलों में राज्यपाल द्वारा अवकाश की घोषणा को जिला शिक्षा विभाग द्वारा नहीं माने जाने पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा कि अगर 27 जनवरी को स्कूलों में अवकाश की घोषणा कर दी गई तो अवकाश ही रहेगा। ऐसे में स्कूल खुल नहीं सकते। इस मामले को लेकर उन्होंने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को तलब करने की बात कही।
शिक्षक संघ ने मोर्चा खोला
राज्यपाल के आदेशों की अवहेलना को लेकर जिला प्राथमिक शिक्षक संघ ने भी जिला मौलिक शिक्षा विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। संघ के जिला प्रधान तरुण सुहाग के आरोप लगाते हुए कहा कि इस संबंध में उन्होंने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को अवगत कराया था, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने आदेश वापस नहीं लिया। इस बाबत संघ के पदाधिकारी जिला उपायुक्त से मिलकर भी मामले की जानकारी देने की तैयारी कर रहे हैं।
उठ रहे सवाल
- जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने किस आधार पर 27 जनवरी को स्कूलों में कार्यदिवस होने का आदेश दिया, जबकि जिले में पहले से राज्यपाल का कार्यक्रम निर्धारित था।
- 26 जनवरी को राज्यपाल के जिले के स्कूलों में अवकाश की घोषणा कर दी तो जिला शिक्षा विभाग ने संबंधित अधिकारियों और स्कूलों को सूचित क्यों नहीं किया, जबकि अन्य जिलों में सभी स्कूलों में सरकारी अवकाश की घोषणा कर दी गई थी।
- 27 जनवरी को स्कूलों में मिड-डे-मील वितरण संबंधी आदेश जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने किस आधार पर दिए जबकि पहले से विदित था कि 27 जनवरी को स्कूलों में अवकाश रहेगा।
- अधिकारी की लापरवाही से 50 हजार छात्रों का जो मिड-डे-मील बर्बाद हुआ है उस पर क्या कार्रवाई की जाएगी। db
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