रोहतक : बदलते शैक्षणिक परिदृश्य को देखते हुए अब एमडीयू में नए कोर्स शुरू किए जाएंगे। इसका मकसद परंपरागत कोर्स से हटकर युवाओं को बहुउपयोगी शिक्षा मुहैया कराना है। मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय के उच्च शिक्षा विभाग की ओर से शुरू किए गए राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत नए कोर्स की रूपरेखा भी विवि में तैयार की जा रही है। इसके लिए विभागीय कमेटी का गठन भी किया गया है। एमडीयू के शैक्षणिक मामलों के संकाय की ओर से इसके लिए फिलहाल बैठकों के दौर चल रहे हैं। शुरूआती दौर में आठ नए कोर्स की रूपरेखा तैयार कर उनसे विभागों की राय जुटाई जा रही है। नए शुरू किए जाने वाले कोर्स व्यवसायिक दृष्टि से भी विद्यार्थियों के लिए बेहतर बनाए जाएं। इस पर विशेष जोर दिया जा रहा है। एमडीयू के सभी विभागाध्यक्षों से भी नए कोर्स के लिए प्रपोजल मांगे गए हैं। जो इन कोर्स को शुरू करने में इनके बजट से लेकर फैकल्टी, गैर शिक्षक कर्मचारियों, और ढांचागत सुविधाओं के बारे में अपनी राय देंगे।
राज्य सरकार को भेजेंगे प्रपोजल :
नए शुरू होने वाले कोर्स का प्रारूप तैयार कर एमडीयू की विभागीय कमेटी द्वारा राज्य सरकार को भेजा जाएगा। राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान की मंजूरी के तहत ही इन कोर्स को विवि में चलाया जाएगा। विवि की विभागीय कमेटी के पदाधिकारियों के मुताबिक इन कोर्स को लेकर 31 जनवरी तक सभी विभागाध्यक्षों से राय मांगी गई है। इन पर काम किया जा रहा है। सुझावों के तहत ही फिलहाल आठ कोर्स की रूपरेखा को तैयार किया जा रहा है। db
राज्य सरकार को भेजेंगे प्रपोजल :
नए शुरू होने वाले कोर्स का प्रारूप तैयार कर एमडीयू की विभागीय कमेटी द्वारा राज्य सरकार को भेजा जाएगा। राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान की मंजूरी के तहत ही इन कोर्स को विवि में चलाया जाएगा। विवि की विभागीय कमेटी के पदाधिकारियों के मुताबिक इन कोर्स को लेकर 31 जनवरी तक सभी विभागाध्यक्षों से राय मांगी गई है। इन पर काम किया जा रहा है। सुझावों के तहत ही फिलहाल आठ कोर्स की रूपरेखा को तैयार किया जा रहा है। db
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