सिरसा : जिला के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को मिलने वाला टीएलएम (टीचर लर्निग मैटीरियल) दो वर्षो से नहीं मिल पा रहा है। इस कारण शिक्षकों को जेब से माडल बनाकर पढ़ाई करानी पड़ रही है।
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सरकारी स्कूलों के टीचरों को प्रत्येक वर्ष टीएलएम फंड मिलता है। इस राशि से टीचर को माडल बनाने होते हैं जिनके माध्यम से वह कक्षा में बच्चों को पढ़ाते हैं। अध्यापक फंड का प्रयोग माडल बनाने, किताबें खरीदने, कक्षा के लिए सामान खरीदने में प्रयोग करते हैं। शिक्षक बताते हैं कि यदि माडल पेश कर बच्चों को पढ़ाया जाए तो बच्च किताबों की अपेक्षा तेजी से सीखता और समझता है। इसलिए प्रत्येक वर्ष विभाग सभी शिक्षकों के लिए टीएलएम फंड भेजता है। बताया जा रहा है कि लेकिन पिछले दो वर्षों से टीएलएम फंड नहीं मिल पा रहा। इस कारण कक्षाओं में माडल से नहीं पढ़ाया जा रहा। हालांकि कुछ स्कूलों में शिक्षकों ने अपनी जेब से पैसा खर्च करके माडल तैयार किए हैं। नाम न छापने की शर्त पर शिक्षकों ने बताया कि कई बार सरकार की ओर से टीएलएम फंड जारी हो जाता है लेकिन स्थानीय स्तर पर अधिकारी शिक्षकों को फंड की राशि वितरित नहीं करते।
शीघ्र जारी होगी राशि : डीपीसी
सर्व शिक्षा अभियान की जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी) नीता अग्रवाल ने पुष्टि की कि शिक्षकों को मिलने वाली टीएलएम की राशि अभी तक जारी नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि टीएलएम राशि शीघ्र ही जारी होगी। dj
शीघ्र जारी होगी राशि : डीपीसी
सर्व शिक्षा अभियान की जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी) नीता अग्रवाल ने पुष्टि की कि शिक्षकों को मिलने वाली टीएलएम की राशि अभी तक जारी नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि टीएलएम राशि शीघ्र ही जारी होगी। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.