जींद : स्कूल शिक्षा निदेशालय द्वारा हाल ही में जारी की गई हाई स्कूल मुख्याध्यापकों की पदोन्नति व काउंसलिंग सूचना का हरियाणा अनुसूचित जाति राजकीय अध्यापक संघ ने विरोध किया है। संघं का आरोप है कि विभाग ने 15-16 सालों से मौलिक स्कूल मुख्याध्यापकों के पदों पर कार्यरत हैं लेकिन उन्हें पदोन्नति देने की बजाय सात-आठ माह से लगे मौलिक स्कूल मुख्याध्यापकों को पदोन्नत कर उनके अधिकारों के साथ खिलवाड़ किया है। संघ ने इसके विरोध में संघर्ष करने का निर्णय लिया है।
संघ ने हाई स्कूल मुख्याध्यापकों की पदोन्नति में बरती गई अनियमितता से शिक्षा विभाग के प्रति रोष व्यक्त किया है। संघ के प्रधान दलबीर अल्याहण ने कहा कि जो हाई स्कूल मुख्याध्यापकों की पदोन्नति मौलिक स्कूल मुख्याध्यापकों की वरिष्ठता सूची एक से 920 तक की जा रही है, उसमें एससी वर्ग के 16 सालों से कार्यरत मौलिक स्कूल मुख्याध्यापकों की अनदेखी करते हुए मात्र सात माह से पदोन्नति पाए सामान्य वर्ग के मौलि स्कूल मुख्याध्यापकों को हाई स्कूल का मुख्याध्यापक बनाया जा रहा है, जो कि एससी वर्ग के मौलिक स्कूल मुख्याध्यापकों के अधिकारों का हनन है। संघ ने सरकार को चेताया है कि अगर एससी वर्ग के 15 सालों से कार्यरत मौलिक स्कूल मुख्याध्यापकों को पदोन्नति नहीं दी तो संघ इसके लिए पुरजोर संघर्ष करेगा। dj
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