फतेहाबाद : स्कूल सौंदर्यीकरण प्रतियोगिता के परिणाम को लेकर कई स्कूल नाराज है। करीब आधा दर्जन स्कूलों की ओर से परिणाम पर आपत्ति जता चुके हैं। एक आपत्ति हिजरावां खुर्द के स्कूल ने भी जताई थी।
जवाबी पत्र में बीईओ ने कहा कि हमने तो आपका स्कूल चुना था, गड़बड़ी उच्च स्तर पर हुई है। डीईओ ने इसके विपरीत जवाब दिया है। स्थिति ये है कि स्कूल अपने स्कूलों की तुलना चुने गए स्कूलों से कर रहे हैं। उन्हें महसूस होता है कि हमारे स्कूल दूसरे स्कूलों से बेहतर हैं। तब परिणाम को लेकर हैरानी भी प्रकट करते है।
गांवों की पंचायतें भी स्कूलों के पक्ष में खड़ी हो गई हैं। कई गांवों के लोग यहां तक कह चुके हैं कि इस प्रतियोगिता में सिफारिश चली है और भेदभाव हुआ है। इस स्थिति में प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। क्योंकि चयन समिति की अध्यक्षता विभिन्न ब्लॉक के एसडीएम कर रहे थे।
हिजरावां खुर्द व ढाणी गोमाराम स्कूल एक ही पंचायत के अधीन हैं। इन स्कूलों की तरफ से बीईओ को पत्र भेजकर पूछा गया कि हमारी फाईल का क्या रहा। जवाब मिला कि हमसे डीईओ कार्यालय ने फाइल ही नहीं मांगी। इधर, डीईओ कार्यालय द्वारा मिले पत्र में लिखा गया है कि हमने फाईल मांगी थी, लेकिन बीईओ द्वारा नहीं भेजी गई।
यह थीं प्रतियोगिता
स्कूल सौंदर्यीकरण प्रतियोगिता में ब्लॉक, जिला व राज्य स्तर पर प्रथम आने वाले स्कूलों को क्रमश: 50 हजार, 1 लाख व 5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है।
एसडीएम की अध्यक्षता वाली समिति स्कूल का निरीक्षण करती है। स्कूल में पेयजल, सफाई, सुंदरता, ईमारत आदि के आधार पर अंक निर्धारित किए जाते हैं। उसी अनुसार चयन होता है।
तीन गलतियां आ रही हैं सामने
- कुछ स्कूल चयन में भेदभाव का आरोप लगा रहे हैं।
- कुछेक स्कूलों की फाइलों को ही सबमिट नहीं किया गया।
- परिणाम को बदलने की बात भी सामने आ रही है। dj
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