सिरसा : शहर व गांव में निरक्षरता मिटाने के लिए घर-घर जाकर जागरूक किया जाएगा। साक्षर भारत मिशन के तहत निरक्षरों में पढऩे लिखने का आपस में मिल बैठकर विचार करने का माहौल तैयार किया जाएगा। मिशन के तहत 11 फरवरी से विशेष अभियान चलाया जाएगा। वहीं घरों के बाहर स्लोगन लगाए जाएंगे। बता दें कि जिले में 181219 व्यक्ति निरक्षर हैं। जिसमें करीब 10225 व्यक्तियों को साक्षर कर दिया है। इसमें 15 से 35 वर्ष आयु वर्ग को साक्षर किया जा रहा है। साक्षर करने के लिए गांवों में 333 केंद्र व 75 शहरों के वार्ड मेंअंदर शिक्षा लोक केंद्र खोले गए हैं। जिसमें 666 प्रेरक शिक्षा साक्षर कर रहे हैं। वही इसके साथ साथ सरकार द्वारा दी जा रही हर सुविधा की जानकारी। बेसिक कंप्यूटर व एटीएम के बारे में जानकारी दी जा रही है।
यह रहेगा रूटीन
11 फरवरी से साक्षर भारत मिशन के तहत निरक्षरों को साक्षर करने के लिए जागरूक किया जाएगा। जिसमें सभी घरों में जाकर जो निरक्षर को शिक्षा का महत्व बताया जाएगा। जबकि जो घर में साक्षर है उन्हें आस पडौस के निरक्षरों लोगों को प्रेरित किया जाएगा। इसके साथ सभी घरों के आगे स्लोगन लगाए जाएंगे। इससे जिले में निरक्षर लोगों को लाभ मिलेगा।
चलाए गए है अभियान : सुरेंद्र आर्य
अनपढ़ता को मिटाने के लिए वर्ष 1993 से 1997 तक संपूर्ण सिरसा साक्षरता मिशन शुरू किया गया। जिसके तहत निरक्षरों को साक्षर किया गया। इसके बाद वर्ष 2007 में कार्यक्रम शुरू हुआ जो अक्टूबर 2008 में बंद कर दिया गया था। साक्षर भारत मिशन के जिला संयोजक सुरेंद्र आर्य ने बताया कि निरक्षरों को साक्षर करने के लिए फरवरी में विशेष अभियान चलाया जाएगा। जिसके तहत निरक्षर व्यक्तियों के घरों के आगे स्लोगन भी लगाए जाएंगे। db
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