चंडीगढ़ : शिक्षा निदेशालय के बाहर लंबे समय से आंदोलनरत कंप्यूटर लैब सहायकों का संघर्ष रंग ले आया। लैब सहायकों को फिलहाल छह महीने का वेतन मिल गया है, जबकि बाकी 14 माह का वेतन 15 दिन में खाते में जमा हो जाएगा। शिक्षा विभाग ने वेतन न देने वाली एक कंपनी पर भी एफआईआर दर्ज करा दी है। मंगलवार को मुख्ययमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कंप्यूटर लैब सहायकों के साथ हुई बातचीत में यह जानकारी दी।
सीएम ने बताया कि उनका छह महीने का वेतन खाते में मंगलवार को ही जमा करा दिया गया है। स्कूल मुखिया को इसकी जानकारी भेज दी गई है। निजी कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। कोर कंपनी के माध्यम से नियुक्त 2,622 सहायकों को 23 अप्रैल 2014 से अर्द्घकुशल कर्मचारी की श्रेणी में शामिल कर लिया गया है। आने वाले समय में उन्हें अर्द्घकुशल कर्मचारी के बराबर लगभग नौ हजार रुपये वेतन मिलेगा।
बैठक के दौरान सेकेंडरी शिक्षा विभाग के महानिदेशक विवेक अत्रे ने लैब सहायकों को छह महीने का वेतन जारी करने का पत्र भी सौंपा।
अत्रे ने बताया कि कंपनी के खिलाफ समझौते के नियम और शर्तों का उल्लंघन करने पर पुलिस रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। इसके साथ ही विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी।
हरियाणा कंप्यूटर लैब असिस्टेंट ऑल वर्कर्स एसोसिएशन के प्रधान सुरेंद्र त्योंत ने बताया कि प्रदेश सरकार ने उनकी मांगें मान ली हैं। इसलिए सभी तीन हजार लैब सहायकों ने आंदोलन खत्म करने का निर्णय लिया है। au
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