हरियाणाविद्यालय शिक्षा बोर्ड की लापरवाही प्रदेशभर के हजारों विद्यार्थियों के भविष्य पर भारी पड़ रही है। दूसरे बोर्ड छोड़कर हरियाणा विद्यालय बोर्ड की ओर रुख करने वाले विद्यार्थियों की बोर्ड के अफसरों की कार्यशैली के चलते नींद हराम हो गई है। दरअसल वेबसाइट से माइग्रेट बच्चों का एनरोलमेंट नंबर देखने का लिंक हटा लिया गया। ऐसे में अब यह बच्चे कैसे आवेदन करें यह एक बड़ा सवाल है।
आवेदन की अंतिम तिथि 10 जुलाई भी जा चुकी है। अब जो एक मौका उनके पास 22 जुलाई तक 2 हजार रुपए लेट फीस के साथ आवेदन जमा कराने का था वह भी हाथ से फिसलता नजर रहा है। दरअसल अन्य बोर्ड से हरियाणा बोर्ड में आने वाले बच्चों का रजिस्ट्रेशन अब तक स्कूलों के पास नहीं पहुंचा है। बोर्ड ने ऑनलाइन व्यवस्था शुरू तो कर दी थी लेकिन माइग्रेटेड विद्यार्थियों के लिए दिया गया लिंक 12 जून को बोर्ड ने वेबसाइट से हटा दिया। प्रदेश के 96 सरकारी कॉलेजों में जी का जंजाल बनी ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया स्कूलों स्कूली बच्चों के लिए भी किसी मुसीबत से कम नहीं है। हरियाणा बोर्ड की 10वीं 12वीं कक्षा की प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा सितंबर माह में है। परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जाना है।
ग्रीष्मावकाश होने के कारण स्कूल लिस्ट को डाउनलोड नहीं कर पाई। ऐसे में स्कूलों के पास माइग्रेट बच्चों का रजिस्ट्रेशन रिटर्न नहीं मिल पाया है। जिससे आवेदन की प्रक्रिया बाधित हो गई। वहीं स्कूलों का कहना है कि अप्रैल में दाखिला प्रक्रिया समाप्त होने के बाद विभाग ने सभी स्कूलों को पत्र जारी कर दूसरे राज्यों के शिक्षा बोर्ड से आए थे। सभी स्कूलों ने बाहर से आए छात्रों की सूची बोर्ड को भेजी थी। बोर्ड ने अपनी वेबसाइट पर ऐसे विद्यार्थियों के एनरोलमेंट नंबर जारी कर दिए थे। लेकिन उसके बाद छुट्टियां खत्म होने से पहले की इस लिंक को हटा लिया गया।
"मैं इस बारे में कुछ नहीं बोल सकता, इसकी मुझे इजाजत नहीं है। इस बारे में कौन सही जानकारी दे सकता है यह मैं नहीं बता सकता।"--नायब सिंह, हरियाणाविद्यालय शिक्षा बोर्ड, माइग्रेशन विभाग, सहायक सचिव
उमेश भार्गव। db
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