** यूजीसी ने विश्वविद्यालयों के कुलपति और निदेशक को सेल और नोडल आॅफिसर बनाने के लिए कहा
देश के सभी विश्वविद्यालयों और उनसे संबद्ध कॉलेजों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए एक अच्छी खबर है।अब विश्वविद्यालय अनुदान आयोग उनकी शिकायत का ऑनलाइन निवारण करने जा रहा है। अब देश के किसी भी विद्यार्थी की शिकायत विश्वविद्यालय में छुप नहीं रहेगी बल्कि सभी शिकायतों से यूजीसी रूबरू हो पाएगी। साथ ही कितने समय में शिकायत का निवारण हुआ इससे भी अवगत होगी। ऑनलाइन छात्र शिकायत निवारण पोर्टल योजना को सिरे चढ़ाने के लिए यूजीसी से कार्य शुरू कर दिया है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने योजना के बारे में देश के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति और निदेशक को पत्र के माध्यम से आदेश जारी किया है कि यूजीसी ऑनलाइन छात्र शिकायत निवारण पोर्टल तैयार कर रहा है। जिसके तहत विश्वविद्यालयों में एक शिकायत निवारण सेल बनाया जाए। जिसमें एक नोडल अधिकारी तैनात हो। जिसका नाम, पद, पता, ईमेल पता, मोबाइल नंबर को विश्वविद्यालय यूजीसी को 10 दिन के अंदर ईमेल कर भेजें। पोर्टल पर जो भी शिकायत आएगी उसके निवारण की रिपोर्ट भी शिकायत संबंधित यूनिवर्सिटी का नोडल अधिकारी यूजीसी के पोर्टल पर अपडेट करेगा।
मनोविशेषज्ञ डाॅ. संदीप राणा ने बताया कि यह एक बेहतर योजना है। इससे बड़े स्तर पर यूजीसी यह जान पाएगी कि बड़े स्तर पर आखिरकार विश्वविद्यालय में कौन सी समस्याएं रही हैं।
योजना से ये होगा लाभ
हर विद्यार्थियों की शिकायत से विश्वविद्यालय अनुदान आयोग रूबरू होगा और इससे यह पता चल सकेगा कि विद्यार्थियों को सबसे ज्यादा कौन सी समस्या रही है। विद्यार्थी की शिकायत को कोई विश्वविद्यालय छुपा तो नहीं नहीं रहा। क्या कार्रवाई की जा रही है। फायदा यह होगा कि विद्यार्थियों को अपनी शिकायत के समाधान के प्रति प्रशासनिक अधिकारियों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। dbhsr
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