पंचकूला : शिक्षासदन के बाहर चल रहे कर्मचारियों के पांच धरनों को पुलिस ने हटवा दिया। टेंट उखाड़ दिए और अनशनकारियों को हैफेड के पीछे वीरान जगह पर छोड़ दिया। जिस वक्त पुलिस ने महिला अनशनकारियों को हटाया उस वक्त कोई लेडी कांस्टेबल मौजूद नहीं थीं। शिक्षा सदन के बाहर पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (पीजीटी) अभ्यर्थी और मास्टर ट्रेनर धरने पर बैठे थे। इस बीच यहां पुलिस और अनशनकारियों के बीच काफी बहस हुई।
घंटेभर तक चला यह ड्रामा :
अनशनकारियों को हटाने के लिए पुलिसकर्मियों को करीब घंटे भर तक मशक्कत करनी पड़ी। मास्टर ट्रेनर पूनम का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें बसों में बैठाकर हैफेड के पीछे ग्राउंड में छोड़ दिया। पीजीटी और मास्टर ट्रेनरों ने कहा कि पुलिस ने उन्हें जहां शिफ्ट किया है, वहां पीने के पानी तक की सुविधा नहीं।
पीजीटीका ५२वां, मास्टर ट्रेनरों का २०वां दिन :
प्रदेशके अनुभवी पीजीटी नियुक्ति पत्र जारी करने की मांग को लेकर 52 दिन से धरना दे रहे हैं। जबकि मास्टर ट्रेनर 20 दिन से धरने पर हैं जबकि उनका आमरण अनशन चौथे दिन में प्रवेश कर गया है। मास्टर ट्रेनर सेलरी फिक्स करने की मांग को लेकर यहां डटे हैं। कंप्यूटर लैब असिस्टेंट वेतन मिलने के बाद धरना खत्म कर चुके हैं। db
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