यमुनानगर : राजकीयअनुबंधित अध्यापक संघ हरियाणा के आह्वान पर तीन वर्ष की नियमित करने की पॉलिसी को लागू करने की मांग को लेकर 24 घंटे की भूख हड़ताल रविवार को भी जारी रही। भूख हड़ताल का समापन करने से पहले अध्यापकों ने पूरे शहर में रोष मार्च निकाल कर प्रदर्शन किया। उन्होंने डीसी के माध्यम से वित्तायुक्त शिक्षा सचिव के नाम ज्ञापन भेजा। प्रदर्शन की अध्यक्षता जिला प्रधान संत कुमार ने की।
राज्य वरिष्ठ उपप्रधान सुरेंद्र दहिया ने कहा कि सरकार ने 20 जून को तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा करने वाले कर्मचारियों को नियमित करने की पॉलिसी का अध्यादेश जारी कर दिया है। लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा अतिथि अध्यापकों को नियमित करने की प्रक्रिया अभी तक शुरू नहीं की गई है। इससे उनमें गहरा रोष है। राज्य महासचिव भूपेंद्र सिंह ने इस आंदोलन को ओर तेज करने की घोषणा की। कहा कि 11 जुलाई को शिक्षा सदन पंचकूला पर मास डेपुटेशन के तौर पर सैकड़ों अतिथि अध्यापक प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर विभाग ने शीघ्र पॉलिसी को लागू नहीं किया तो संघ को मजबूरन उग्र आंदोलन की घोषणा करनी पड़ेगी।
20 को रोहतक में रैली
राज्यके प्रांतीय नेता सुधीर नैन और पवन शर्मा ने कहा कि अतिथि अध्यापक, सर्वकर्मचारी संघ हरियाणा कर्मचारी महासंघ द्वारा चलाए जाने वाले सभी आंदोलनों का पुरजोर समर्थन करता है। 20 जुलाई को रोहतक में होने वाली रैली में प्रदेशभर के अतिथि अध्यापक बढ़-चढ़कर भाग लेंगे। प्रदर्शन को उतरी हरियाणा संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष अमरपाल आर्य ने अध्यापकों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया।
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