** नौ अगस्त को रोहतक की महाआक्रोश रैली मेें अतिथि अध्यापक परिवार सहित लेंगे हिस्सा
कैथल : प्रदेश सरकारद्वारा नौ प्रतिशत वेतन वृद्धि का अतिथि अध्यापकों ने विरोध किया है। हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के प्रदेश संयोजक राजेंद्र शर्मा शास्त्री जिला अध्यक्ष सुभाष चंद ने कहा कि अतिथि अध्यापकों का सरकार द्वारा नौ वर्षों से शोषण किया जा रहा है।
अतिथि अध्यापकों ने वर्ष 2005 से 2009 तक कई-कई महीनों तक नाम मात्र वेतन पर काम किया है। इसके बावजूद प्रदेश सरकार नौ वर्षों का समय बीत जाने के बाद नियमित करने के स्थान पर अतिथि अध्यापकों के वेतन में 9 प्रतिशत वेतन वृद्धि करके 25 हजार अतिथि अध्यापकों के साथ भद्दा मजाक कर रही है। जबकि आज भी अतिथि अध्यापक नियमित अध्यापक की तुलना में बिना किसी सुविधा के एक तिहाई वेतन पर बच्चों का पढ़ा रहे हैं। सुभाष चंद ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अतिथि अध्यापकों को नियमित करना तो दूर की बात बल्कि सेवा सुरक्षा भी प्रदान नहीं की। सरकार एक षडय़ंत्र के तहत नियमों की धज्जियां उड़ा रही हैं। नव नियुक्त संस्कृत लेक्चरार को गांवों में भेजकर शहर के स्टेशन पर भेजा जा रहा है। ऐसे में अतिथि अध्यापकों को बेरोजगार किया जा रहा है। अतिथि अध्यापक नियमित होने की तीन वर्ष की पॉलिसी में शामिल होने की मांग को लेकर 9 अगस्त को रोहतक में परिवार समेत रोहतक में महाक्रोश रैली में हिस्सा लेंगे। db
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