पंचकूला : वेतनबढ़ाने और रेगुलर करने की मांग को लेकर प्रेरक शिक्षक संघ के प्रदेशभर से पहुंचे सदस्यों ने सोमवार को यहां सेक्टर-5 में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया।
संघ के संयोजक भगवत कौशिक ने बताया कि गांवों में वयस्क शिक्षा कार्यक्रम चलाने के लिए प्रदेशभर में साक्षर भारत मिशन के तहत एक-एक पुरुष और महिला प्रेरक की नियुक्ति की गई थी। इन्हें मानदेय के रूप में प्रतिमाह दो हजार रुपए मिलते हैं। कौशिक ने कहा कि सरकार ने प्रदेश में न्यूनतम मजदूरी तो 7400 रुपए कर दी लेकिन उनका तो मानदेय बढ़ाया और उन्हें रेगुलर किया जा रहा है। इन्हीं दोनों मांंगों को लेकर उन्होंने ये धरना शुरू किया है। कौशिक ने कहा कि मुख्यमंत्री जिस हरियाणा को नंबर वन का दर्जा देते हैं, उसी प्रदेश में कच्चे कर्मचारियों को वेतन पाने के लिए लड़ना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री को इस बारे में कई बार ज्ञापन दिए गए लेकिन उनकी मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
ये हैं मुख्य मांगें
- न्यूनतम वेतन 15 हजार किया जाए।
- प्रेरक शिक्षको का पिछला मानदेय और खर्च तुरंत दिया जाए।
- बीएलओ की ड्यूटी प्रेरक शिक्षकों को दी जाए। db
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