करनाल : अंतरजिला तबादला नीति बनाने उसे लागू करने की मांग को लेकर मौलिक अध्यापक संघ के बैनर तले जेबीटी और सीएंडवी शिक्षकों के साथ शनिवार को सेक्टर-12 में प्रदर्शन किया। प्रदेशभर से आए शिक्षकों ने पहले तो घंटों तक सेक्टर के ग्राउंड में बैठकर मांग को लेकर विचार विमर्श किया और फिर दोपहर बाद एकजुट होकर मुख्यमंत्री के ओएसडी को ज्ञापन सौंपने के लिए निकले। लेकिन शिक्षकों को रास्ते में ही एडीसी और पुलिस प्रशासन ने रोक लिया और स्वयं ज्ञापन लेने की बात कही। किंतु शिक्षकों ने उन्हें ज्ञापन देने से साफ मना कर दिया।
मौलिक अध्यापक संघ हरियाणा के प्रधान सतीश धनखड़ी ने बताया कि वर्ष 2000 से मौलिक अध्यापक अपने गृह जिलों से बाहर कार्यरत हैं। उन्होंने दूसरे जिले में काम करने में रही समस्याओं के बारे में कई बार सरकार को अवगत भी कराया है। उन्होंने सरकार से वापस गृह जिले में तबादला करने की मांग की है। लेकिन सरकार की ओर हर बार उन्हें केवल आश्वासन ही मिला है। जब भी अधिकारियों से तबादले को लेकर बात की है तो उन्होंने कहा कि सरकार उनकी मांग को लेकर विचार विमर्श कर रही है। किंतु उनकी मांगो काे सालों भी नहीं माना गया वहीं मास्टर वर्ग एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष रमेश मलिक ने कहा कि उनका संगठन भी मौलिक अध्यापक संघ का खुलकर समर्थन करेगा।
विधानसभा चुनाव के समय मंत्रियों ने दिया था आश्वासन
संघ के प्रधान ने मुख्यमंत्री के ओएसडी को ज्ञापन सौंपते समय कहा कि शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा, स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु और अन्य भाजपा नेताओं ने उन्हें आश्वासन दिया था कि प्रदेश में भाजपा की सरकार आते ही उनकी मांगों को जल्द पूरा किया जाएगा। लेकिन कई माह बाद भी सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी। दोपहर ढ़ाई बजे जब अध्यापक संघ एकजुट होकर ज्ञापन देने के लिए मुख्यमंत्री कैंप जा रहे थे तो एडीसी गिरीश अरोड़ा और डीएसपी जितेंद्र ने सेक्टर-12 के मॉल के पास रोक लिया और ज्ञापन उन्हें ही देने की बात कही। कहा कि फिलहाल आेएसडी कैंप में नहीं हैं। वो किसी काम से शहर से बाहर गए है। लेकिन जब अध्यापकों ने उन्हें ज्ञापन देने से मना किया तो करीब आधे घंटे बाद स्वयं मुख्यमंत्री के ओएसडी अध्यापकों के पास पहुंचे और ज्ञापन लिया।
ओएसडी अमरेंद्र ने दिया आश्वासन
मुख्यमंत्री के ओएसडी अमरेंद्र सिंह ने अध्यापकों द्वारा ज्ञापन देने के बाद आश्वासन देते हुए कहा कि जल्द ही ज्ञापन को मुख्यमंत्री के पास भेज दिया जाएगा। साथ ही कहा कि सरकार उनके तबादले को लेकर पहले ही विचार विमर्श कर रही है। उनके तबादले गृह जिलों के करने के बारे में जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।
मांगें नहीं मानी तो 1 मई को फिर करेंगे प्रदर्शन
अध्यापक संघ के प्रधान सतीश धनखड़ी ने मुख्यमंत्री के ओएसडी को कहा कि सरकार ने उन्हें पहले 11 मार्च तक मांग पूरी करने का आश्वासन दिया था। लेकिन सरकार ने उनके बारे में कोई विचार विमर्श नहीं किया। अगर सरकार ने 1 मई तक उनकी मांग नहीं मानी तो क्रमिक अनशन शुरू करेंगे। db
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