** 15 अंकों का दिया जाएगा रजिस्ट्रेशन नंबर
रानियां : राजकीय स्कूलों में बच्चों की पहचान उनके नाम से नहीं बल्कि यूनिक आईडी से होगी। एडमिशन के समय सभी स्टूडेंट्स को रजिस्ट्रेशन नंबर दिया जा रहा है। 15 अंकों का यह नंबर बच्चे का यूनिक आईडी होगा। इस कोड का फायदा यह है कि इससे छात्रों की पूरी पहचान होगी और एक बार में उनका पूरा रिकार्ड मिल जाएगा। स्मार्ट एजुकेशन सिस्टम में पारदर्शिता लाने के लिए शिक्षा विभाग ने यूआईडी नंबर की पहल की गई है। इसी नंबर को शिक्षा विभाग की वेबसाइट में फीड किया जा रहा है। इस यूआईडी के आधार पर बच्चों को स्कॉलरशिप, मिड डे मिल सरकार की तरफ से मिलने वाली तमाम सुविधाएं दी जाएगी।
साथ ही बच्चों के अभिभावकों को तमाम कागजी कार्रवाई से छुटकारा मिल जाएगा। बीईओ वीरेंद्र मेहता ने बताया कि 'स्मार्ट एजुकेशन सिस्टम में पारदर्शिता लाने के लिए शिक्षा विभाग की ये योजना मील का पत्थर है। एडमिशन फार्म जमा करने के समय स्टूडेंट को एक यूनिक कोड दिया जा रहा है। इस कोड से छात्रों की पूरी पहचान होगी और एक बार में उनका पूरा रिकॉर्ड मिल जाएगा। छात्रों को यूनिक कोड देने के साथ सभी स्टूडेंट्स का अन्य डाटा वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है।
अगर किसी छात्र के बारे में कुछ भी जानकारी हासिल करनी होगी तो वह बच्चे के यूनिक कोड को बोर्ड की बेवसाइट पर डाल कर उसके बारे में तमाम जानकारी हासिल कर पाएगा। यही नहीं इसका यह लाभ भी मिलेगा कि विद्यार्थी को स्कूल बदलना होगा तो कागजात की जगह यह यूनिक कोड की काम करेगा। अभी तक छात्र स्कूल में ही फीस नकद जमा करते थे। यूनिक आईडी कोड होने पर वे कहीं से भी ऑनलाइन या ऑफलाइन फीस जमा कर पाएंगे। यही नंबर छात्र की फीस जमा करने तथा परीक्षा संबंधी सभी जानकारियां अपडेट करने में इस्तेमाल होगा। db
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