भिवानी : शिक्षा विभाग की ओर से हर माह पहली से आठवीं कक्षा के बच्चों के लिए जाने वाले मासिक टेस्ट को लेकर विभाग गंभीर हो गया है। मासिक टेस्ट न देने वाले छात्रों की छात्रवृत्ति रोकी जाएगी। इसके लिए शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों को पत्र जारी किया गया। शिक्षा निदेशालय ने मासिक टेस्ट नहीं देने वाले बच्चों की छात्रवृत्ति तुरंत प्रभाव से रोकने के निर्देश जारी किए हैं। विभाग ने स्पष्ट किया कि यदि कोई बच्चा मासिक टेस्ट नहीं देता तो बिना कारण बताए उसकी छात्रवृत्ति को रोक दिया जाए।
शिक्षा विभाग की तरफ से हर माह पहली से आठवीं कक्षा तक के बच्चों के मासिक टेस्ट लिए जाते हैं। यह मासिक टेस्ट महीने के अंतिम सप्ताह में लिए जाते हैं। इनमें बच्चों के विषय अनुसार प्रतिदिन टेस्ट लिए जाते हैं, लेकिन अकसर देखने में आया है कि बच्चे इन मासिक टेस्ट को गंभीरता से नहीं ले रहे।
इसके चलते मासिक टेस्ट के दिन बच्चे स्कूल से ही अनुपस्थित रहने लगे थे। इसके चलते विभाग इस मामले में अब सख्त हो गया है और स्पष्ट निर्देश दिए कि मासिक टेस्ट नहीं देने वाले बच्चों को छात्रवृत्तियां प्रदान न की जाएं। जो बच्चा टेस्ट नहीं देता उसकी रिपोर्ट भी मुख्यालय को भेजी जाए। स्कूल मुखिया अपने स्तर पर बिना कोई कारण बताए उपरोक्त छात्रवृत्ति को रोक लें। हालांकि शिक्षा विभाग ने अपने पत्र में यह स्पष्ट नहीं किया है कि यह छात्रवृत्ति क्वार्टर के हिसाब से, मासिक रूप से या फिर पूरे साल की रोकी जाएगी।
परीक्षा परिणाम अपलोड करने के निर्देश
प्रदेश के कई सरकारी स्कूलों ने गत मई माह में हुई मासिक परीक्षा का परिणाम भी अब तक अपलोड नहीं किया गया है। ऐसे में निदेशालय ने निर्देश दिए हैं कि इन सभी को अपलोड किया जाए। यदि अपलोड नहीं किया जाता तो संबंधित शिक्षकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। मौलिक स्कूल निदेशालय ने सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर 7 जुलाई तक दोनों मामले की रिपोर्ट मांगी है। dt
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