सोनीपत : परीक्षा आसान नहीं थी। पहले से कहीं अधिक मुश्किल। करीब दो साल बाद हुई हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा के पहले चरण में परीक्षा देकर बाहर निकले विद्यार्थियों के चेहरे पर इस बार पहले वाली मुस्कान नहीं थी। अधिकांश का कहना था कि पेपर काफी हार्ड सेट किया गया। इस दौरान मुंह से यह बात भी निकली कि क्या कही पेपर आउट हुआ? क्या पेपर रद्द भी हो सकता है? कुछ की मनोस्थिति परीक्षा केंद्रों के बाहर निकल कर अपने परिजनों के मिलकर परीक्षा के बारे बातचीत में परीक्षार्थियों ने जाहिर की।
शनिवार को जिले के 30 परीक्षा केंद्रों पर लेवल तीन यानि कक्षा नौंवी से 11वीं तक की परीक्षा संचालित की गई। जिसमें करीब 7755 विद्यार्थियों ने परीक्षा में भाग लेने के लिए आवेदन किया था। जबकि पांच केंद्रों पर ऑनलाइन परीक्षा हुई। ऑफलाइन में जहां ऋषिकुल सबसे बड़ा सेंटर रहा, जहां चार केंद्र बने तो वहीं ऑनलाइन में चिढ़ाना के रायल इंस्टिच्यूट रहा। जिसमें ढाई सौ विद्यार्थियों ने परीक्षा दी।
पिछले बार हुई परीक्षा से सबक लेते हुए शिक्षा बोर्ड ने इस बार अभूतपूर्व इंतजाम किए थे। तीन परीक्षा केंद्रों पर एक फ्लाइंग दस्ता लगाया। जिस परीक्षा केंद्र में इस समय उम्मीदवार पढ़ा रहा है और वहीं सेंटर है तो वहां एक अतिरिक्त आब्जर्वर लगाया गया। इसके अतिरिक्त शिक्षा विभाग, शिक्षा बोर्ड और जिला प्रशासन की टीम ने अलग से परीक्षा केंद्रों पर निगाह रखी।
बिना आईकार्ड पर डीईओ ने बाहर निकाला :
जीवीएम कन्या कॉलेज में दो छात्राएं बिना आईकार्ड के ही परीक्षा दे रहीं थीं। मौके पर पहुंची डीईओ परमेश्वरी हुड्डा ने उन्हें बाहर निकाल दिया। उन्होंने दो स्टाफ कर्मियों को भी हड़काया, जिनके फोटो को सत्यापित नहीं किया गया था। इस मसले पर बहस भी हुई और आखिर में डीईओ ने अगले चरण की परीक्षा में नियमों की पालना करने की हिदायत दी।
जीवीएम कन्या कॉलेज में दो छात्राएं बिना आईकार्ड के ही परीक्षा दे रहीं थीं। मौके पर पहुंची डीईओ परमेश्वरी हुड्डा ने उन्हें बाहर निकाल दिया। उन्होंने दो स्टाफ कर्मियों को भी हड़काया, जिनके फोटो को सत्यापित नहीं किया गया था। इस मसले पर बहस भी हुई और आखिर में डीईओ ने अगले चरण की परीक्षा में नियमों की पालना करने की हिदायत दी।
आधार कार्ड से इंट्री, न ही राशन कार्ड से
डीएवीएम में बनाए गए परीक्षा केंद्र में भी काफी विद्यार्थी परीक्षा देने से महरूम हो गए। कुछ विद्यार्थी तो केंद्र में दाखिल भी हा़े गए, लेकिन बाद में कहा गया कि उनका पहचान पत्र नहीं है। गोहाना से आई सुषमा का दावा था कि उनके पास आधार कार्ड की कापी थी, फिर भी उन्हें परीक्षा देने से वंचित किया गया। वहीं मयूर विहार सोनीपत से अाई सुषमा के पास राशन कार्ड की कापी थी, लेकिन केंद्र के गेट से उन्हें भी आगे नहीं जाने दिया।
भावी शिक्षकों को शनिवार को इस बात का एहसास भी हो गया कि समय की कीमत अगर नहीं समझी जाएगी तो समय भी हमारा ख्याल नहीं रखेगा। हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा के पहले चरण के अंतर्गत शनिवार को हुई लेवल तीन की परीक्षा में विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर महज दो मिनट और एक मिनट देरी होने पर आवेदकों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं मिला। इससे एक छात्रा का तो रो-रो कर बुरा हाल हो गया। उसने मौके पर पहुंचे ड्यूटी मजिस्ट्रेट से भी अपील की, लेकिन नियमों का हवाला देकर वे तो परीक्षा केंद्र में दाखिल हो गए, लेकिन छात्रा नहीं। इस बीच छात्रा ने रुंधे गले से कहा कि जब हम दो साल तक परीक्षा का इंतजार कर सकते हैं तो क्या दाे मिनट की देरी हमारे करियर को प्रभावित कर देगी। छोटूराम विवि परिसर से आई चंदा शर्मा को महज पांच मिनट की देरी के कारण परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं मिला। देरी अन्य कारण से 30 केंद्रों पर संचालित की गई परीक्षा में करीब 357 विद्यार्थी परीक्षा केंद्र में दाखिल नहीं हो सके। db
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